Rajasthan: विधायकों की गाय को 'राज्यमाता' बनाने की मांग! सीएम भजनलाल शर्मा बोले- जल्द होगा निर्णय
CM Bhajan Lal Sharma News: राजस्थान में राजनीति एक नए मोड़ पर पहुंच गई है, जहां भारतीय जनता पार्टी और निर्दलीय विधायकों के एक समूह ने राज्य में गाय को 'राजमाता' का दर्जा देने की पुरजोर मांग उठाई है। (CM Bhajan Lal Sharma News) इस अभियान के माध्यम से ये विधायक और कार्यकर्ता प्रदेश की जनता के सामने गाय के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व को फिर से स्थापित करना चाहते हैं। उनका मानना है कि यह कदम न केवल राजस्थान की परंपराओं को संजोएगा, बल्कि सामाजिक स्तर पर एक सकारात्मक संदेश भी देगा। इस संदर्भ में राजस्थान सरकार ने सभी विधायकों और कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया है कि वे इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं और जल्द ही इस पर निर्णय लिया जा सकता है।
राजस्थान में गाय को 'राजमाता' का दर्जा देने की मांग.. विधायकों का अभियान और सरकार का समर्थन
राजस्थान में बीजेपी और निर्दलीय विधायकों ने गाय को 'राजमाता' का दर्जा दिलाने के लिए एक अभियान छेड़ा हुआ है। उनका कहना है कि राज्य में गाय को सर्वोच्च स्थान देकर 'राजमाता' का दर्जा मिलना चाहिए। इस विषय पर विधायकों और कार्यकर्ताओं को सरकार से जल्द निर्णय लेने का आश्वासन मिला है।
मंत्री जोराराम कुमावत का बयान.. महाराष्ट्र की तर्ज पर हो सकती है व्यवस्था
राज्य के गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने बताया कि महाराष्ट्र में इस तरह के नियमों को लागू किया गया है, और उनके अध्ययन के लिए राजस्थान सरकार ने एक टीम बनाने का निर्णय लिया है। अध्ययन के बाद ही सरकार कोई ठोस निर्णय लेगी। मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार सभी गौशालाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है ताकि गायों का पालन-पोषण सही तरीके से हो सके।
सचिन पायलट का तंज.."गाय और धर्म केवल वोट बटोरने का जरिया"
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बीजेपी के इस अभियान पर तंज कसते हुए कहा, "इनके लिए गाय और धर्म केवल वोट बटोरने का जरिया है। गोशालाओं को अनुदान देने की शुरुआत कांग्रेस सरकार ने की थी, और गायों के कल्याण के लिए सबसे अधिक काम कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुआ है।" कांग्रेस ने एक ट्वीट में बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट में गौ-तस्करी मामले में बड़े गौ तस्कर को जमानत मिलने का कारण बीजेपी सरकार की लापरवाही रही।
यह भी पढ़ें: Diwali 2024: धनतेरस पर धनकुबेर और धन्वंतरी की पूजा से हुआ दीपोत्सव का आगाज, जानें लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त
यह भी पढ़ें: Dhanteras 2024: कैसे करें असली सोने की पहचान, ये हॉलमार्क का क्या खेल है? यहां जानें सारी जरूरी बातें
.