अजमेर दरगाह पर PM मोदी की चादर पेश, रिजिजू ने कहा- यह शांति और भाईचारे का संदेश!
PM Modi Chadar Ajmer: अजमेर दरगाह भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब और धार्मिक सद्भाव का अद्वितीय प्रतीक है। यह दरगाह न केवल सूफी परंपरा का प्रतिनिधित्व करती है, बल्कि लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र भी है। ऐसे समय में जब देश में सामाजिक समरसता बनाए रखने की आवश्यकता है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से अजमेर दरगाह पर चादर चढ़ाने का यह कदम राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सौहार्द का महत्वपूर्ण संदेश देता है।
अजमेर दरगाह पर प्रधानमंत्री की चादर पेश करने के इस अवसर पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू की मौजूदगी दर्शाती है कि सरकार धार्मिक समरसता को प्राथमिकता दे रही है। (PM Modi Chadar Ajmer) जयपुर एयरपोर्ट पर दिए गए उनके बयान, "प्रधानमंत्री की ओर से चादर चढ़ाना पूरे देश की ओर से चादर चढ़ाने जैसा है," से यह स्पष्ट होता है कि यह कदम राजनीतिक से अधिक भावनात्मक और सांस्कृतिक संदेश देने के लिए उठाया गया है।
इसके साथ ही, दरगाह आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ऐप और वेब पोर्टल लॉन्च करने का निर्णय एक सकारात्मक पहल है। यह न केवल डिजिटल भारत की परिकल्पना को मजबूत करता है, बल्कि आमजन के लिए सुविधाजनक और सुगम यात्रा सुनिश्चित करता है।
पीएम मोदी की चादर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 813वें उर्स के अवसर पर अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर पेश की गई। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू शनिवार सुबह 7:45 बजे जयपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे और वहां से सड़क मार्ग से अजमेर के लिए रवाना हुए। यह चादर ठीक 11 बजे ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चढ़ाई जाएगी।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
अजमेर में उर्स के दौरान भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अजमेर रेंज के डीआईजी ओमप्रकाश मेघवाल के अनुसार, लगभग 5000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन के माध्यम से पूरे इलाके पर नजर रखी जा रही है। संभागीय आयुक्त महेश चंद्र शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी जायरीन को कोई असुविधा न हो।
दरगाह के लिए नई डिजिटल सेवाएं
चादर पेश करने के बाद केंद्रीय मंत्री रिजिजू दरगाह के लिए ‘गरीब नवाज’ ऐप और वेब पोर्टल लॉन्च करेंगे। इस ऐप और पोर्टल के जरिए जायरीन को दरगाह पर मिलने वाली सभी सुविधाओं की जानकारी उपलब्ध होगी। साथ ही, "ऑपरेशन मैनुअल फॉर कंडक्ट ऑफ उर्स ऑफ ख्वाजा मोइन-उद-दीन चिश्ती" भी जारी किया जाएगा, जिससे उर्स के संचालन को सुव्यवस्थित किया जा सके।
पहले निजामुद्दीन दरगाह में किए दर्शन
अजमेर शरीफ की यात्रा से पहले शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने दिल्ली में हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह का दौरा किया। उनके साथ भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी भी मौजूद थे। इस दौरान रिजिजू ने कहा, "अजमेर जाने से पहले मैंने सोचा कि निजामुद्दीन दरगाह का दौरा करना अच्छा होगा। मैंने सभी के उज्जवल भविष्य और देश में शांति-भाईचारे के लिए प्रार्थना की।"
पीएम मोदी का संदेश
चादर पेश करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भेजा गया विशेष संदेश भी पढ़ा जाएगा। यह संदेश देश में शांति, भाईचारे और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने का आह्वान करेगा।
पीएम मोदी की परंपरा का निर्वाह
प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद से नरेंद्र मोदी 10 बार अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर चढ़ा चुके हैं। यह 11वीं बार है जब वे इस परंपरा का हिस्सा बन रहे हैं। पिछले वर्ष, 812वें उर्स के दौरान, तत्कालीन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और जमाल सिद्दीकी ने पीएम मोदी की ओर से चादर पेश की थी। अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर पेश करने की यह परंपरा धार्मिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक मानी जाती है।
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