राजस्थान में सियासी हलचल! हनुमान बेनीवाल ने कहा...SI भर्ती परीक्षा रद्द होगी, नहीं तो बड़ा आंदोलन होगा!
Hanuman Beniwal: नागौर के सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के नेता हनुमान बेनीवाल ने राज्य सरकार को एक बार फिर चेतावनी दी है। एसआई भर्ती परीक्षा और अन्य मुद्दों को लेकर रालोपा अब बड़ा आंदोलन शुरू करने की योजना बना रही है।(Hanuman Beniwal) बेनीवाल ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए इस आंदोलन की रणनीति का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने समय रहते एसआई परीक्षा और अन्य मुद्दों पर उचित कदम नहीं उठाए, तो रालोपा पूरे राज्य में एकजुट होकर सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरेगी।
बेनीवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि यह आंदोलन केवल एक परीक्षा से जुड़ा नहीं होगा, बल्कि राज्य के युवाओं की बेरोज़गारी, सरकारी नौकरियों में भेदभाव और भ्रष्टाचार के खिलाफ होगा। अब यह देखना होगा कि बेनीवाल के नेतृत्व में रालोपा का यह आंदोलन सरकार पर किस हद तक दबाव बना पाता है।
राजस्थान सरकार की खामोशी पर हनुमान बेनीवाल का हमला
नागौर के सांसद और रालोपा के नेता हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान सरकार पर हमला बोलते हुए एसआई भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में सरकार की खामोशी पर सवाल उठाए हैं। बेनीवाल ने कहा कि बड़े स्तर पर पेपर आउट होने के प्रमाण मिलने और कई गिरफ्तारियों के बावजूद सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इस मामले में एसओजी ने भर्ती रद्द करने की सिफारिश की थी, फिर भी सरकार ने चुप्पी साध ली।
पुलिस बर्बरता और लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन
बेनीवाल ने एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे आंदोलित छात्रों के साथ पुलिस की बर्बरता की कड़ी निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने रात 12 बजे एक छात्रा को उसके घर से जबरन उठाकर हिरासत में लिया, जो लोकतंत्र में नागरिकों के अधिकारों का उल्लंघन है। बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान सरकार बेरोजगार युवाओं के साथ मजाक कर रही है और उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है।
भाजपा पर पेपर माफियाओं का साथ देने का आरोप
बेनीवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि रालोपा राज्यभर में उन सभी भर्तियों को रद्द कराने के लिए बड़ा आंदोलन करेगी, जिनमें पेपर लीक हुए हैं। उन्होंने मांग की कि आरपीएससी को भंग कर उसका पुनर्गठन किया जाए। भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए बेनीवाल ने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आते ही पेपर माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का दावा किया था, लेकिन अब वही सरकार असली गुनहगारों को बचाने में लगी हुई है।
रालोपा का आंदोलन क्या प्रभाव डालता है
अब यह देखना होगा कि हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व में रालोपा का यह आंदोलन राज्य सरकार पर कितना दबाव बनाता है और क्या सरकार पेपर लीक के मामलों में ठोस कार्रवाई करती है या फिर दबाव में आकर कोई समाधान निकलता है।
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