• ftr-facebook
  • ftr-instagram
  • ftr-instagram
search-icon-img

50 लाख रुपये तक का लाभ मिलेगा बच्चों को भजनलाल सरकार की इस योजना से, जानें शर्तें और नियम!

इस योजना के तहत 18 साल तक के बच्चों को 56 तरह की गंभीर बीमारियों का 50 लाख रुपये तक का फ्री इलाज मिलेगा
featured-img

Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana 2024 : राजस्‍थान सरकार ने एक क्रांतिकारी कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री आयुष्‍मान बाल संबल योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत 18 साल तक के बच्चों को 56 तरह की गंभीर बीमारियों का 50 लाख रुपये तक का फ्री इलाज मिलेगा। यह योजना दो प्रमुख शर्तों पर आधारित है... पहली शर्त, रोग का दुर्लभ बीमारियों की राष्ट्रीय नीति 2021 में सूचीबद्ध होना जरूरी है, और दूसरी शर्त, राजस्थान सरकार द्वारा (Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana 2024)घोषित अस्‍पतालों में से कम से कम दो अस्‍पतालों से बीमारी की पुष्‍टि होना चाहिए। यह योजना बच्चों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है, लेकिन शर्तें पूरी करनी होंगी।

मुख्‍यमंत्री आयुष्‍मान बाल संबल योजना की शुरुआत

मुख्‍यमंत्री आयुष्‍मान बाल संबल योजना की शुरुआत सरकार ने एक साल पहले की थी, जो 18 साल तक के बच्चों के लिए महत्वपूर्ण योजना बन गई है। इस योजना की शुरुआत कैबिनेट मंत्री अव‍िनाश गहलोत के नेतृत्‍व में सामाजिक न्‍याय और अध‍िकार‍िता विभाग द्वारा की गई थी। इस योजना के तहत बच्चों को 56 प्रकार की गंभीर और दुर्लभ बीमारियों का मुफ्त इलाज मिलेगा। विभाग ने इस योजना के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जो राज्य में बच्चों को महत्वपूर्ण चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराएंगे।

योजना में कौन-कौन सी बीमारियां शामिल हैं?

मुख्‍यमंत्री आयुष्‍मान बाल संबल योजना में उन बच्चों के लिए इलाज प्रदान किया जाएगा, जो जन्‍मजात और गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। इनमें हाइपर इंसुल‍िनेम‍िक हाइपोग्‍लाइस‍िम‍िया...लारोन स‍िंड्रोम, यूर‍िया चक्र व‍िकार, पॉम्‍प रोग, फैनकोनी एनीमिया और टर्नन स‍िंड्रोम जैसी गंभीर बीमारियां शामिल हैं।

ऐसे करें आवेदन 

इस योजना का लाभ केवल राजस्थान के मूल निवासियों को ही मिलेगा, और इसके लिए उन्हें कम से कम तीन साल से राजस्थान में रहने का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा। आवेदन प्रक्रिया के तहत, 18 साल से कम उम्र के रोगी को पहले ई-मित्र केंद्र के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन के बाद, संबंधित जिले के सीएमएचओ इसे जांच के लिए जोधपुर एम्स या जयपुर के जेके लोन अस्पताल भेजेंगे, जहां डॉक्टर बीमारी की पुष्टि करेंगे। पुष्टि के बाद ही मरीज को 50 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा।

यह भी पढ़ें: मां की डांट पर 10 साल के बेटे ने उठाया खौफनाक कदम! घर के पास पेड़ पर फंदा लगाकर झूल गया

यह भी पढ़ें: ‘समरावता हिंसा में बाहरी साजिश का हाथ तो नहीं…’ टोंक पहुंचे राष्ट्रीय ST आयोग के सदस्य ने क्या राज खोला?

.

tlbr_img1 होम tlbr_img2 शॉर्ट्स tlbr_img3 वेब स्टोरीज़ tlbr_img4 वीडियो