राजस्थान में शिक्षा मंत्री ने उठाया बड़ा कदम... फेल छात्रों पर शिक्षकों का मूल्यांकन, जानिए क्या बोले दिलावर!
Madan Dilawar: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षा प्रणाली में सुधार को लेकर एक अहम कदम उठाया है। हाल ही में उन्होंने बोर्ड परीक्षा और REET परीक्षा के प्रश्न पत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए थे। अब, उन्होंने परीक्षा परिणामों को लेकर एक और विवादास्पद निर्णय लिया है, जो प्रदेश के शिक्षकों के बीच हंगामा खड़ा कर सकता है। (Madan Dilawar)मदन दिलावर ने कहा कि अगर अच्छे नंबर लाने वाले छात्र थ्योरी में फेल होते हैं, तो ऐसे मामलों में संबंधित शिक्षकों का मूल्यांकन किया जाएगा। यह फैसला शिक्षा व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है, और इसके राजनीतिक और सामाजिक असर को लेकर चर्चाएँ तेज हो गई हैं।
थ्योरी में 50 प्रतिशत नंबर लाना जरूरी
राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एक अहम निर्णय लिया है, जिसके तहत छात्रों को थ्योरी में 50 प्रतिशत नंबर लाने होंगे, ताकि वे पास हो सकें। उन्होंने कहा कि यदि शिक्षक छात्रों को सत्रांक के दौरान प्रैक्टिकल में अच्छे अंक देते हैं, तो थ्योरी में छात्रों को 80 में से कम से कम 40 अंक प्राप्त करने होंगे। यदि छात्र ऐसा नहीं कर पाते, तो भले ही वे पास हो जाएं, लेकिन संबंधित शिक्षक का मूल्यांकन किया जाएगा और उसे दोषी ठहराया जाएगा। यह फैसला शिक्षकों के लिए एक कड़ा संदेश है, और शिक्षा क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।
कक्षा में मोबाइल लाने पर प्रतिबंध
मदन दिलावर ने शिक्षक और छात्र की पढ़ाई में किसी भी तरह की रुकावट से बचने के लिए कुछ और कड़े कदम उठाए हैं। अब कक्षा कक्ष में शिक्षक द्वारा मोबाइल लाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा, स्कूल के समय में धार्मिक पूजा-पाठ के लिए छुट्टी लेना भी अब बंद कर दिया गया है। शिक्षा मंत्री का कहना है कि इन फैसलों का उद्देश्य छात्रों की पढ़ाई में कोई विघ्न न हो और सरकारी आदेशों में सुधार हो सके।
यह भी पढ़ें: नरेश मीणा को जेल में लंबा रखने की हो रही साजिश? थप्पड़कांड में नहीं मिली जमानत…वकील ने उठाए गंभीर सवाल
यह भी पढ़ें: “मेरी सास को हथकड़ी का शौक, जरूर पहनाना…” पहले लगाया व्हाट्सएप पर स्टेटस, फिर कुंड कूद दी जान