किरोड़ी लाल मीणा ने अग्निकांड के बाद सरकार से की अपील, क्या है उनका 5-point प्लान?
Jaipur LPG Tanker Blast Incident: राजस्थान के जयपुर में साल 2024 के अंत में हुआ अग्निकांड हादसा न केवल दर्दनाक था, बल्कि इसने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। आग का मंजर इतना भयानक था कि यह घटना लंबे समय तक याद की जाएगी। इस दर्दनाक हादसे ने कई परिवारों को बर्बाद कर दिया, और अब सवाल यह उठता है कि इस काली घटना के जिम्मेदार कौन हैं। (Jaipur LPG Tanker Blast Incident)क्या यह हादसा प्रशासन की लापरवाही का नतीजा था या नियमों की अवहेलना के कारण हुआ? इस पर जांच की प्रक्रिया तो जारी है, लेकिन यह घटना एक चेतावनी है कि भविष्य में इस तरह की चूक न हो। इसी संदर्भ में, बीजेपी के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने 5 जरूरी नसीहतें दी हैं, जिन्हें सरकार और प्रशासन को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।
किरोड़ी लाल मीणा की नसीहतें
राजस्थान के जयपुर में हुए भीषण अग्निकांड के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने इस घटना के लिए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से आग्रह किया है कि इस मामले की जांच की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। इसके साथ ही, मीणा ने भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए पांच महत्वपूर्ण नसीहतें दी हैं:
एक्सपर्ट कमिटी का गठन: किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि इस प्रकार की भीषण घटनाओं को रोकने के लिए एक एक्सपर्ट कमिटी बनाई जानी चाहिए। इस कमिटी के सुझावों पर आधारित रोड मैप तैयार कर हादसों को नियंत्रित किया जा सकता है।
रोड मैप के जरिए सुरक्षा : उन्होंने सुझाव दिया कि एक्सपर्ट कमिटी द्वारा तैयार रोड मैप के माध्यम से विभिन्न सुरक्षा उपायों को लागू किया जा सकता है, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।
गैस वाहनों के लिए कड़े नियम: एलपीजी और CNG गैस से लदे वाहनों के लिए सख्त नियम बनाए जाने चाहिए। मीणा ने यह भी कहा कि इन वाहनों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए, ताकि ऐसी घटनाएं न हो सकें।
गैस गोदामों के लिए अलग जोन का निर्माण: उन्होंने यह भी प्रस्ताव रखा कि गैस गोदामों के लिए एक अलग जोन बनाया जाए, जिससे इनसे संबंधित संभावित खतरे को कम किया जा सके और सुरक्षित स्थानों पर ही इनका संचालन किया जा सके।
ओवर स्पीडिंग पर सख्ती: ओवर स्पीडिंग के मामलों को नियंत्रित करने के लिए सख्त नियम लागू करने की आवश्यकता है। मीणा ने कहा कि ऐसे नियमों का पालन कड़ी निगरानी के साथ करवाना चाहिए, ताकि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और हादसों में कमी आए।
ओवर स्पीडिंग पर नियंत्रण जरूरी
राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने भी इस हादसे के बाद ओवर स्पीडिंग के मामलों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ओवर स्पीडिंग के बढ़ते मामलों से इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। राठौड़ ने ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट और पुलिस से आग्रह किया कि वे इस बारे में गंभीरता से विचार करें और यह सुनिश्चित करें कि ओवर स्पीडिंग के मामले रोके जाएं।
हादसे की भयावहता
जयपुर में 20 दिसंबर की तड़के सुबह एक LPG से भरा टैंकर ट्रक सड़क पर यूटर्न ले रहा था, तभी एक अन्य ट्रक से टकरा गया। इस टक्कर के बाद गैस टैंकर से 18 से 20 टन एलपीजी लीक हो गई, जो कुछ ही सेकंड में आग पकड़ ली और एक जोरदार ब्लास्ट हुआ। इस धमाके ने आसपास के 500 मीटर के क्षेत्र में 30-35 गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया। इस घटना में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 43 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 15 की स्थिति गंभीर है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।
यह भी पढ़ें: "CNG गाड़ियों के खतरे! जयपुर-अजमेर हादसा बताता है, सुरक्षा नजरअंदाज करना हो सकता है महंगा!
यह भी पढ़ें: जयपुर गैस टैंकर हादसा: दुर्घटना या कुछ और? हाइवे और घटनास्थल से उठ रहे कई गंभीर सवाल!
.