Kirodi Lal Meena On Paper Leak: किरोड़ीलाल मीणा ने कांग्रेस के छह नेताओं पर लगाएं गंभीर आरोप, पेपर लीक मामले में पहुंचे SOG ऑफिस
Kirodi Lal Meena On Paper Leak: जयपुर। गहलोत सरकार में पेपर लीक को लेकर युवाओं की आवाज बन चुके डॉ. किरोडीलाल मीणा एक बार फिर पुरानी भूमिका में लौट आए हैं। मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे चुके विधायक किरोड़ीलाल बुधवार को तीन भर्ती परीक्षाओं आरएसएस, रीट और एसआई में पेपर लीक के सबूत लेकर एसओजी ऑफिस पहुंचे। उन्होंने एसओजी पर भी सवालिया निशान खड़े करते हुए सत्याग्रह की चेतावनी दी है। उनके साथ कांग्रेस विधायक रमिला खड़िया भी थीं।
एसओजी अधिकारियों पर भी उठाई अंगुली:
एसओजी ऑफिस में प्रवेश से पहले किरोड़ीलाल मीणा ने मीडिया के सामने दावा किया कि उनके पास जो सबूत हैं, उनसे एसओजी को बड़े मगरमच्छों को पकड़ने में मदद मिलेगी। एसओजी और एडीजी वीके सिंह से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि एसओजी के लोग पेपर लीक माफिया से मिले हुए हैं। कुछ अधिकारियों ने रिश्वत ली है। उन्होंने पेपर लीक के आरोपी भूपेंद्र सारण का लेटर दिखाते हुए कहा कि मुझे यह लेटर 10 दिसंबर 2022 को डाक से मिला था।
इस लेटर में उसने बताया है कि एसओजी के लोगों ने उससे 64 लाख रुपए रिश्वत ली है। अगर एसओजी भी मिल गई तो फिर कुछ नहीं बचने वाला। किरोड़ी ने बताया कि उन्होंने यह पत्र एसओजी के एडीजी वीके सिंह को दिया है। उसमें तत्कालीन और वर्तमान अधिकारियों के नाम लिखे हैं। इन लोगों ने जिम्मेदार सीट पर बैठकर कई बेगुनाहों को फंसाया और आरोपियों को छोड़ दिया। यदि 15 दिन में इन अधिकारियों के खिलाफ एसओजी ने कार्रवाई नहीं की तो वे एसओजी दफ्तर के सामने बैठकर सत्याग्रह करेंगे।
आरपीएससी चैयरमेन पर भी लगाए आरोप:
किरोड़ीलाल मीणा ने आरोप लगाया कि पिछली सरकार ने जमकर नकल माफिया को पनपाया और एसओजी अधिकारियों ने भी उनका साथ दिया। जिन नेताओं के फोन पर अधिकारियों ने यह काम किया, उनकी भी गिरफ्तारी होनी चाहिए। पेपर लीक के मास्टर माइंड सुरेश ढाका और उदयाराम के पास कई महत्वपूर्ण जानकारियां हैं। उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार करना चाहिए। RPSC के चैयरमेन संजय श्रोत्रिय ने भी कई कबाड़े किए हैं, उनकी भी जानकारी एसओजी को दी है।
गहलोत सरकार में लगातार रहे युवाओं की आवाज:
पिछली गहलोत सरकार के समय किरोड़ी लाल लगातार सक्रिय रहे हैं। उन्होंने रीट परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी। तब वे तत्कालीन शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग पर आरोप लगाते हुए एसओजी के दफ्तर पहुंचे थे। इसी तरह जल जीवन मिशन घोटाले में भी उन्होंने एसओजी को दस्तावेज सौंपे थे। मौजूदा भाजपा सरकार में भी पांच महीने पहले उन्होंने एसओजी ऑफिस पहुंचकर एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में गड़बड़ी के सबूत सौंपे थे। किरोड़ी लाल मीणा ने आरएएस 2018 और आरएएस 2021 में भी फर्जीवाड़े का दावा करते हुए सबूत देकर जांच की मांग की थी।
मंत्री पद से दे चुके हैं इस्तीफा:
किरोड़ी लाल की इस पहल के बाद यह माना जा रहा है कि वे एसओजी जांच से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं। साथ ही पेपर लीक के बड़े खिलाड़ी अभी भी कानून की गिरफ्त से बाहर हैं। लोकसभा चुनाव में दौसा सीट से बीजेपी की हार के बाद किरोड़ी लाल मीणा ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इस मामले में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी उन्हें दिल्ली तलब कर मनाने की कोशिश की थी लेकिन वे नहीं माने। पहले उन्होंने कैबिनेट की मीटिंग से दूरी बनाई फिर पूरे बजट सत्र के लिए विधानसभा से भी छुट्टी ले ली। हालांकि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उनका इस्तीफा अब तक स्वीकार नहीं किया है।
ये भी पढ़ें: Dausa News: विकास को 8वीं बार सांप ने काटा, मदद के लिए आगे आया मेहंदीपुर बालाजी ट्रस्ट
ये भी पढ़ें: Surajmal Brij University: विश्वविद्यालय की तिजोरी से गायब हुई 24 लाख से अधिक की रकम, हो सकता है बड़े कांड का खुलासा!
.