"बीजेपी किरोड़ी के पीछे क्यों लगी है? साजिश या रणनीति?" टीकाराम जूली बोले... अब सच सामने लाकर रहेंगे!
Kirodi Lal Meena: राजस्थान की राजनीति में फोन टैपिंग विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के बयान ने विपक्ष को बड़ा मुद्दा थमा दिया, जिसके बाद सरकार घिरती नजर आ रही है। विपक्ष ने इस मामले को सदन में उठाने की रणनीति बनाई तो वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने खुद अपनी ही सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को नोटिस भेज दिया। तीन दिन में जवाब मांगा गया है।
इधर, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सोशल मीडिया पर बड़ा बयान देते हुए चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस मुद्दे पर स्पष्ट जवाब नहीं दिया तो सदन नहीं चलने दिया जाएगा। (Kirodi Lal Meena)फोन टैपिंग विवाद पर बढ़ते राजनीतिक तनाव से प्रदेश की राजनीति गरमा गई है, और अब सबकी नजरें इस मामले पर सरकार और भाजपा के अगले कदम पर टिकी हैं।
टीकाराम जूली ने नोटिस पर उठाए सवाल
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ द्वारा किरोड़ी लाल मीणा को भेजे गए नोटिस पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, "7 फरवरी को गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने विधानसभा के बाहर मीडिया से कहा था कि उन्होंने किरोड़ी मीणा का ऐसा कोई बयान नहीं सुना। अब मदन राठौड़ कह रहे हैं कि किरोड़ी का बयान असत्य है। अगर बयान असत्य था, तो मुख्यमंत्री ने 7 फरवरी को सदन में स्पष्ट क्यों नहीं कहा? इससे साफ है कि दाल में कुछ काला है।"
'जब तक मुख्यमंत्री जवाब नहीं देंगे, सदन नहीं चलने देंगे'
टीकाराम जूली ने आगे कहा कि "मुख्यमंत्री जब तक सदन के पटल पर इस विषय में बयान नहीं देंगे, हम सदन नहीं चलने देंगे। भाजपा सरकार बजरी घोटाले के आरोपों के बाद से ही किरोड़ी मीणा के पीछे पड़ी हुई है। उनका फोन टैप किया जा रहा है ताकि सरकार को पता चल सके कि उनके पास कौन सी महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच रही है।"
किरोड़ी मीणा ने फोन टैपिंग के लगाए थे आरोप
6 फरवरी को एक जनसभा में कैबिनेट मंत्री किरोड़ी मीणा ने सरकार पर फोन टैपिंग के आरोप लगाए थे। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने कहा, "मैंने उम्मीद की थी कि जब सत्ता बदलेगी, तो भ्रष्टाचार पर नकेल कसी जाएगी। लेकिन मैं निराश हूं। पिछली सरकार में मैंने कई आंदोलन किए, जिसके बाद हम सत्ता में आए, लेकिन उन मुद्दों पर काम नहीं हो रहा है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैंने कुछ भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर किया, 50 फर्जी थानेदार गिरफ्तार हुए, परीक्षा रद्द करने की मांग की, लेकिन सरकार ने बात नहीं मानी। अब सरकार भी पिछली सरकार की तरह ही काम कर रही है। हर तरफ मेरे लिए सीआईडी लगाई जा रही है, मेरा टेलीफोन भी रिकॉर्ड किया जा रहा है।"
फोन टैपिंग विवाद के चलते भाजपा सरकार और कैबिनेट मंत्री किरोड़ी मीणा के बीच बढ़ते टकराव से राजस्थान की राजनीति गरमा गई है। अब देखना होगा कि इस विवाद पर मुख्यमंत्री और सरकार का अगला कदम क्या होगा।
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