Rajasthan: मोदी सरकार का बड़ा तोहफा! राजस्थान के 9 जिलों में खुलेंगे केंद्रीय विद्यालय, जानें कहां!
Kendriya Vidyalayas In Rajasthan:केंद्र सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाते हुए देशभर में 85 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने का फैसला किया है। इस शानदार पहल में राजस्थान को भी खास प्राथमिकता दी गई है, (Kendriya Vidyalayas In Rajasthan)जहां अलग-अलग 7 जिलों में 9 नए केंद्रीय विद्यालय स्थापित किए जाएंगे। इनमें श्रीगंगानगर और राजसमंद जैसे जिलों को विशेष सौगात मिली है, जहां एक साथ 2-2 केंद्रीय विद्यालय खोले जा रहे हैं। खास बात यह है कि इन स्कूलों में इसी सत्र से छात्रों का प्रवेश शुरू होगा, जिससे राज्य के हजारों बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का सुनहरा अवसर मिलेगा। इस फैसले से न केवल शिक्षा का स्तर ऊंचा होगा, बल्कि राजस्थान के इन क्षेत्रों में विकास की एक नई किरण जलेगी।
राजस्थान को मिले 9 नए केंद्रीय विद्यालय
केंद्र सरकार ने राजस्थान को 9 नए केंद्रीय विद्यालयों की सौगात दी है। यह स्कूल राज्य के 7 जिलों में खोले जाएंगे, जिसमें श्रीगंगानगर और राजसमंद को एक साथ 2-2 विद्यालय मिलेंगे। इस फैसले से राज्य में केंद्रीय विद्यालयों की संख्या बढ़कर 87 हो जाएगी।
960 छात्रों को मिलेगा एडमिशन
हर नए केंद्रीय विद्यालय में 960 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। देशभर में 85 नए स्कूलों के जरिए कुल 8,640 छात्रों को पढ़ाई का मौका मिलेगा। खासतौर पर इन स्कूलों को सेना और बीएसएफ के इलाकों में खोला जा रहा है ताकि जवानों और सैन्य अधिकारियों के बच्चों की पढ़ाई ट्रांसफर के दौरान बाधित न हो।
देशभर में 1256 केंद्रीय विद्यालय
भारत में इस समय 1,256 केंद्रीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं, जिनमें मॉस्को, तेहरान, और काठमांडू जैसे देशों में स्थित 3 विदेशी स्कूल भी शामिल हैं। इन विद्यालयों में 13.56 लाख छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, जो उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्थिरता प्रदान करते हैं।
राजस्थान में वर्तमान में 78 केंद्रीय विद्यालय
राजस्थान में पहले से 78 केंद्रीय विद्यालय हैं, जिनमें करीब 90,000 छात्र अध्ययनरत हैं। नए 9 स्कूल जुड़ने के बाद यह संख्या 87 हो जाएगी। नए विद्यालयों में वर्ष 2025-26 सत्र से एडमिशन शुरू हो जाएगा।
मिलिट्री और सिविलियन दोनों को मिलेगा लाभ
केंद्रीय विद्यालयों में प्राथमिकता सैन्य बलों और अर्धसैनिक बलों के बच्चों को दी जाती है। हालांकि, रिक्त सीटों के आधार पर सिविलियन बच्चों को भी प्रवेश मिलता है। पूर्व में सांसद कोटा के जरिए एडमिशन होता था, लेकिन इसे बंद कर दिया गया है। अब सीटें खाली होने पर सीधे प्रवेश दिया जाएगा।
नए विद्यालयों के साथ प्रिंसिपल की पोस्टिंग
नए स्कूल खुलते ही वहां प्रिंसिपल की नियुक्ति की जाएगी। स्थायी शिक्षकों की भर्ती होने तक संविदा के आधार पर स्थानीय टीचर्स का चयन किया जाएगा। यह प्रक्रिया नए स्कूलों को सत्र शुरू होने से पहले ही तैयार करेगी।
किन जिलों में खुलेंगे नए स्कूल?
नए केंद्रीय विद्यालयों की सूची में ये स्थान शामिल हैं:
- एयरफोर्स स्टेशन फलोदी
- बीएसएफ सतराना, श्रीगंगानगर
- बीएसएफ श्रीकरणपुर, श्रीगंगानगर
- हिंडौन सिटी, करौली
- मेड़ता सिटी, नागौर
- राजसमंद और भीम, राजसमंद
- राजगढ़, अलवर
- महवा, दौसा
5872 करोड़ रुपए का बजट आवंटित
इन नए विद्यालयों के लिए सरकार ने 5,872 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया है। इस राशि का उपयोग नए भवन निर्माण, शिक्षकों की भर्ती, और अन्य बुनियादी ढांचे को तैयार करने में किया जाएगा।
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