बेढम का सनसनीखेज दावा...मानेसर कांड का सच निकला तो राजनीति में ‘बिग ब्लास्ट’ तय! पायलट चुप क्यों?
Jawahar singh Bedham: राजस्थान की राजनीति में इन दिनों फोन टैपिंग का मुद्दा गरमाया हुआ है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट के बयान के बाद यह बहस और तेज हो गई है। सत्ताधारी दल और विपक्ष के बीच इस मुद्दे को लेकर लगातार आरोप-प्रत्यारोप हो रहे हैं। इसी कड़ी में गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने न सिर्फ सचिन पायलट के आरोपों को खारिज किया, बल्कि कांग्रेस पर ओछी राजनीति करने का आरोप भी लगाया।
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने सचिन पायलट के बयान पर तीखा पलटवार किया और उन्हें मानेसर कांड की याद दिलाई। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष झूठे आरोप लगाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।
बेढम ने फोन टैपिंग के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि हमारी सरकार पारदर्शी शासन में विश्वास रखती है।(Jawaharsingh Bedham) उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार में किसी भी विधायक या मंत्री के फोन टैप नहीं किए गए हैं। उन्होंने किरोड़ी लाल मीना के मुद्दे को भाजपा का आंतरिक मामला बताते हुए इसे एक झूठी खबर करार दिया।
बेढम के इस बयान के बाद राजस्थान की राजनीति में हलचल और तेज होने के आसार हैं। कांग्रेस इस मुद्दे पर सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही, वहीं भाजपा सरकार इन आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बता रही है। अब देखना होगा कि इस राजनीतिक घमासान का आगे क्या असर पड़ता है।
मंत्री ने पायलट को याद दिलाया मानेसर कांड
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कांग्रेस नेता सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें केवल अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होती है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस राज में खुद होटल में बंद रहने वाले पायलट अब फोन टैपिंग पर सवाल उठा रहे हैं। बेढम ने कहा कि पायलट के गुट के एक विधायक ने खुद प्रेस के सामने आकर दावा किया था कि उनके फोन टैप हो रहे हैं।
सचिन पायलट ने दिया था ये बयान
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने बुधवार को जयपुर स्थित अपने आवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान फोन टैपिंग को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि फोन टैपिंग कराना गंभीर अपराध है, चाहे वह पहले हुई हो या अब। इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
मीना के फोन टैपिंग मामले पर सवाल
पायलट ने कहा कि कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीना विपक्ष के नेता या आम नागरिक नहीं हैं, बल्कि कैबिनेट मंत्री हैं। जब वे खुद कह रहे हैं कि उनका फोन टैप हो रहा है, तो सच्चाई सामने आनी चाहिए। पायलट ने सवाल उठाया कि कौन दोषी है—कोई नेता, अफसर या पुलिस अधिकारी? उन्होंने सरकार से इस पूरे मामले पर स्पष्टीकरण देने और व्हाइट पेपर जारी करने की मांग की।
पायलट ने सरकार पर कसा तंज
पायलट ने कहा कि यह कैसा मजाक हो रहा है कि किरोड़ीलाल मीना ने इस्तीफा दिया हुआ है, लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि एक मंत्री का बयान सरकार का बयान माना जाता है। यदि मीना को किसी सूत्र से फोन टैपिंग की जानकारी मिली है, तो इसका खुलासा किया जाना चाहिए। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर विधानसभा में भी जवाब मांगा, लेकिन सरकार ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
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