ऐसे कैसे चलेगा माननीय? राजस्थान विधानसभा में गूंजी सड़कछाप भाषा, 3 बार फिसली शांति धारीवाल की जुबान!
Shanti Dhariwal: राजस्थान में सियासत से जुड़े कई लोग अपनी वाणी को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं जहां नेताओं की गलत जगह पर फिसलती जुबान उनकी घेराबंदी की वजह बन जाती है. सूबे के हाड़ौती से आने वाले ऐसे ही एक कांग्रेस के दिग्गज नेता हैं शांति कुमार धारीवाल (Shanti Dhariwal) जो अक्सर अपने विवादित बयानों के चलते चर्चा में रहते हैं और अब एक बार फिर सुर्खियों में हैं. दरअसल शुक्रवार को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान धारीवाल एक बार फिर अपना आपा खो बैठे जहां विधानसभा में यूडीएच की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान बोलते हुए धारीवाल ने 3 बार अपशब्दों का इस्तेमाल किया.
बता दें कि पहली बार धारीवाल ने कांग्रेस सरकार के दौरान हुई गड़बड़ियों पर लगे आरोपों पर बोलते हुए अपशब्द का सहारा लिया. वहीं दूसरी बार उन्होंने फर्जी पट्टे जारी करने के मामले में भी अपशब्द कहे. इसके बाद तीसरी बार जब सभापति की कुर्सी पर संदीप शर्मा बैठे थे तब उन्होंने अपशब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा कि तुम तो कोटा के हो, कोटा में रहना है कि नहीं रहना है. इधर कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल के सदन के ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं. वहीं बीजेपी नेताओं ने भी धारीवाल की भाषा को लेकर उन पर हमला बोला है.
धारीवाल की जुबान पर हमलावर बीजेपी
दरअसल विधानसभा में यूडीएच की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान बोलते हुए शांति धारीवाल ने तीन बार अपशब्द बोले जिसको लेकर सोशल मीडिया पर अब जमकर हंगामा हो रहा है. वहीं सदन में बहस के दौरान यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा और धारीवाल के बीच तीखी नोकझोंक भी हो गई. वहीं इससे पहले फर्जी पट्टों पर लगे आरोपों पर धारीवाल ने कहा कि नगर निकायों में इस तरह का स्टाफ बैठा हुआ है लेकिन इसकी वजह से आप पट्टे बांटना बंद थोड़े कर देंगे.
अगर शिकायत आती है तो जांच होती है, जांच कराते हैं और आप भी जांच करवाइए और जो लापरवाही कर रहे हैं उन्हें सस्पेंड कीजिए. इधर धारीवाल के बयान पर भजनलाल सरकार के जल मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी क्या शांति धारीवाल जी पर कोई कार्रवाई करेगी? आज विधानसभा में जिस तरीके से कांग्रेस राजस्थान के वरिष्ठ नेता शांति धारीवाल जी ने धमकी देते हुए अपशब्दों का इस्तेमाल किया है वो काफी निंदनीय है.
महिला सुरक्षा के नाम पर कोहराम मचाने वाली कांग्रेस का ये ही महिला विरोधी चरित्र है और कांग्रेस सिर्फ महिला सुरक्षा को लेकर गिद्ध राजनीति करने में माहिर है. वहीं लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वाली प्रियंका गांधी इस पर कुछ बोलेगी या चुप्पी ही साधे रखेंगी. इसके साथ ही स्पीकर के संवैधानिक पद के लिए कांग्रेस का यह चरित्र भी दिल्ली में बैठे इनके नेताओं के संविधान की रक्षा करने के ढोंग को दर्शाता है.
पहले भी विवादों में रहे हैं धारीवाल
पिछली गहलोत सरकार में राजस्थान विधानसभा में रेप के आंकड़ों को बताते हुए शांति धारीवाल ने कहा कि ये सच है कि राजस्थान रेप के मामलों में नंबर वन है लेकिन अब ये रेप के मामले क्यों हैं? फिर हंसते हुए उन्होंने कहा कि वैसे भी यह राजस्थान तो मर्दों का प्रदेश रहा है यार, उसका क्या करें?. इस दौरान धारीवाल विधानसभा में पुलिस और जेल की अनुदान मांगों पर बहस का जवाब दे रहे थे और इस बयान पर हड़कंप मचने के बाद अब मंत्री धारीवाल ने माफी मांगने की बात कही थी.
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