राठौड़ ने खोली कांग्रेस की पोल...'राजस्थान में बीजेपी की जीत पक्की, सर्कस की तरह बंटी कांग्रेस!'
Rajendra Singh Rathore :(राजेश शर्मा) । भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने (Rajendra Singh Rathore ) गुरुवार को कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए हरियाणा चुनाव परिणामों को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नीतियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की जीत बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हरियाणा चुनावों में जातियों को गोलबंद करने और भाजपा को आरक्षण विरोधी साबित करने की कोशिश की, लेकिन जनता ने इन सबको नकारते हुए तीसरी बार प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाई। राठौड़ ने कहा कि यह परिणाम कांग्रेस के झूठे प्रचार और विभाजनकारी राजनीति का जवाब है।
मोदी का भरोसा
राठौड़ ने कहा, "हरियाणा के चुनाव परिणाम ने स्पष्ट कर दिया कि देश के लोगों को अगर किसी की गारंटी और नीति पर विश्वास है, तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।" उन्होंने कहा कि राजस्थान में भी भाजपा का भविष्य उज्ज्वल है और हरियाणा व जम्मू-कश्मीर की जीत का असर उपचुनावों में भी देखने को मिलेगा।
राजस्थान में डबल इंजन सरकार का भविष्य
राठौड़ ने राजस्थान में डबल इंजन की सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि राज्य में भाजपा की जीत तय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस यहां भी विफल रही है, जो कि सरकार में रहते हुए सर्कस की तरह कार्य कर रही थी। पूर्व मुख्यमंत्री ने इसे सरकार नहीं, सर्कस की संज्ञा दी थी और भाजपा ने देखा है कि किस तरह कांग्रेस की सरकार सुरक्षा घेरे में होटलों में कैद रही।
ईआरसीपी और यमुना जल विवाद का समाधान
राठौड़ ने कहा कि भाजपा की सरकार ने यमुना जल विवाद को सुलझाने की दिशा में काम किया है, जिससे शेखावाटी के 24 जिलों को लाभ मिलेगा। उन्होंने राजस्थान में पारदर्शी भर्तियों और औद्योगिक निवेश के माहौल को भाजपा की नीतियों का परिणाम बताया, जो राज्य की इकोनॉमी में बड़ा योगदान करेगा।
कृषि और खरीद नीतियां
राठौड़ ने कहा कि धान और मूंग की सरकारी खरीद पर उनकी नज़र है और उन्होंने मुख्यमंत्री से इस संबंध में बात करने की बात कही। उनका दावा है कि भाजपा सरकार ने किसानों के हितों की रक्षा और पारदर्शी खरीद सुनिश्चित की है।
राजनीतिक रणनीति
राठौड़ के इस बयान को राजस्थान के उपचुनावों की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में मिली जीत का उत्साह राजस्थान में लाना चाहती है। राठौड़ के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि पार्टी उपचुनावों के लिए कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने और जनता में भरोसा कायम करने की रणनीति पर काम कर रही है।
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