डॉ. किरोड़ी मीना का प्रकृति प्रेम...30 साल में 3 लाख पेड़ लगाकर बदल दी खोर्रामुल्ला गांव की सूरत
Dr. Kirodi Meena Initiative Dausa: दौसा। राजस्थान के कद्दावर नेता डॉ. किरोड़ी लाल मीना को लोगों को न्याय दिलाने के लिए जमीनी संघर्ष के लिए जाना जाता है। मगर इसके अलावा इनका प्रकृति प्रेम भी कम नहीं है। डॉ. किरोड़ी लाल मीना के प्रकृति से प्रेम की झलक इनके गांव दौसा के खोर्रामुल्ला में दिखाई देती है। जिसकी 30 सालों में सूरत ही बदल गई है।
खोर्रामुल्ला गांव के पास से गुजरने पर भी सुखद अहसास
दौसा जिले का खोर्रामुल्ला गांव ऐसा गांव है, जहां के आसपास से गुजरना भी लोगों को सुखद अहसास करवाता है। चारों तरफ हरियाली, सड़क पर भी पेड़ों की छांव और भीनी हवा के बीच ठंडक का अहसास होता है। ग्रामीणों का कहना है डॉ. किरोड़ी लाल मीना के प्रयासों से गांव की तस्वीर में बदलाव हुआ है।
डॉ. किरोड़ीलाल मीना ने 30 साल में बदली गांव की तस्वीर
डॉक्टर किरोडी लाल मीणा ने बताया कि वह पिछले 30 साल से गांव में पौधारोपण करते आ रहे हैं। जो आज भी जारी है। 30 साल पहले लगाए पौधे अब वृक्ष बन चुके हैं। खोर्रामुल्ला के आसपास के गांवों की सीमा तक हरियाली ही हरियाली नजर आ रही है। (Dr. Kirodi Meena Initiative Dausa)
30 साल में गांव में लगा दिए 3 लाख पौधे
भाजपा नेता डॉक्टर किरोडी लाल मीणा के मुताबिक गांव में पिछले 30 सालों में 3 लाख से ज्यादा पेड़ पौधे लगाए जा चुके हैं। हर साल 10 हजार पौधे लगाते हैं। पहले गांव के पहाड़ से ही हरियाली गायब होने लगी थी, अब वापस पूरा पहाड़ हरा-भरा दिखने लगा है।
ऑक्सीजन के लिए पौधारोपण जरुरी -मीना
डॉ. किरोड़ी लाल मीना का कहना है कि पेड़- पौधों से ही हमें ऑक्सीजन मिलती है। पेड़ों से ही बरसात आती है। पेड़ हमें फल- फूल भी देते हैं। ऐसे में पौधारोपण की पूरी दुनिया में जरुरत को देखते हुए यह पहल की, जो अब सार्थक सिद्ध हो रही है। डॉ किरोडी लाल मीणा का कहना है कि खोर्रामुल्ला गांव में 110 से ज्यादा प्रजातियों के पेड़ लगे हुए हैं। उन्होंने जनता से भी ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने और पौधों की सार संभाल करने का आह्वान किया।
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