Bhil Pradesh Demand: राजस्थान में भील प्रदेश बनाने की उठी मांग, सरकार ने लिया यह फैसला
Bhil Pradesh Demand: जयपुर। राजस्थान में अलग से भील प्रदेश बनाने की मांग तेज हो गई है। अलग से भील प्रदेश (Bhil Pradesh Demand) बनाने की मांग को लेकर प्रदेश की सियासत भी गरमाई हुई है। गुरुवार को बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम (Mangarh Dham) में भील प्रदेश बनाने की मांग को लेकर एक महारैली हुई। इस महारैली में चार राज्यों के आदिवासी लोग शामिल हुए। यह महारैली भारतीय आदिवासी पार्टी द्वारा बुलाई गई थी। दरअसल, 4 राज्यों के 49 जिलों को मिलाकर एक अलग से भील प्रदेश बनाने की मांग की जा रही है। विधानसभा में भी बीएपी विधायकों ने अलग से भील प्रदेश बनाने की मांग की थी।
प्रदेश सरकार ने खारिज़ की मांग
बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम में अलग से भील प्रदेश बनाने की मांग को लेकर एक महारैली हुई। इसके अलावा बीएपी विधायकों (BAP MLA) ने भी विधानसभा में भील प्रदेश बनाने की मांग को उठाया था। लेकिन भजनलाल सरकार ( Bhajanlal Government)ने इस मांग को खारिज़ कर दिया है। प्रदेश सरकार में मंत्री बाबूलाल खराड़ी (Babulal Kharadi) ने भील प्रदेश की मांग को लेकर कहा कि जाति के आधार पर अलग से प्रदेश बनाने सही नहीं है। यदि ऐसा होता है तो अलग-अलग जातियों के लोग अपने लिए एक अलग राज्य की मांग करने लगेंगे।
लोकसभा चुनाव से पहले भी उठा था मुद्दा
बता दें कि आदिवासियों के लिए अलग से भील प्रदेश बनाने की मांग नई नहीं है। लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) से पहले भी इस मुद्दे को उठाया गया था। बांसवाड़ा से सांसद राजकुमार रोत (Rajkumar Rot) ने लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान इस मुद्दे को उठाया था। तो वहीं गुरुवार को विधानसभा में भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक अलग से भील प्रदेश की मांग वाली टी-शर्ट पहनकर पहुंचे थे और इस दौरान उन्होंने भील प्रदेश वाला मुद्दा भी उठाया था।
मानगढ़ में हुई महारैली
प्रदेश के बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम में अलग से भील प्रदेश बनाने की मांग को लेकर एक महारैली हुई। गौरतलब है कि इस महारैली में चार राज्यों से करीब लाखों आदिवासी लोग शामिल हुए। इस रैली का नाम भील प्रदेश सांस्कृतिक महासम्मेलन दिया गया था। इस महारैली में 4 राज्यों के 49 जिलों को मिलाकर अलग से भील प्रदेश बनाने की मांग की गई थी।
.