"राजस्थान की सियासत में भूचाल!" गहलोत ने भजनलाल सरकार को बताया 'अयोग्य', बोले...मौका दिया, लेकिन भरोसा टूटा!
Ashok Gehlot: राजस्थान विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भजनलाल सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार पूरी तरह अलोकतांत्रिक तरीके से काम कर रही है और विपक्ष की आवाज को दबाने का हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, "हमने पूरे एक साल तक सरकार को (Ashok Gehlot)काम करने का अवसर दिया, लेकिन अब यह सरकार तानाशाही रवैया अपनाकर लोकतंत्र की परंपराओं का मजाक बना रही है। सत्ता पक्ष विपक्ष को खत्म करने की साजिश कर रहा है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।"
सरकार कर रही संवैधानिक मूल्यों की अवहेलना
कांग्रेस विधायकों के निलंबन और विधानसभा में सरकार के रवैये पर नाराजगी जाहिर करते हुए गहलोत ने कहा, "यह देश और प्रदेश की जनता के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्ता पक्ष विपक्ष की भूमिका को खत्म करने में जुटा हुआ है। लोकतंत्र की बुनियाद सत्ता और विपक्ष के संतुलन पर टिकी होती है, लेकिन बीजेपी एकपक्षीय शासन स्थापित करने की फिराक में है। यह संविधान की आत्मा के खिलाफ है।" उन्होंने साफ कहा कि कांग्रेस पार्टी विपक्ष की इस उपेक्षा को बर्दाश्त नहीं करेगी और सदन से लेकर सड़क तक हर मंच पर इसका पुरजोर विरोध करेगी।
मोदी सरकार ने किसानों से किया विश्वासघात
गहलोत ने पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन का हवाला देते हुए केंद्र सरकार पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार ने किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी दर्जा देने का वादा किया था, लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यह किसानों के साथ खुला धोखा है। मोदी सरकार चुनावों के समय किसानों की चिंता दिखाती है, लेकिन सत्ता में आते ही उनके हितों को पूरी तरह नजरअंदाज कर देती है।" उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों की इस लड़ाई में उनके साथ खड़ी है और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
बीजेपी सरकार सिर्फ नफरत की राजनीति कर रही
राजस्थान में बढ़ती बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था और विकास कार्यों पर सवाल उठाते हुए गहलोत ने कहा कि बीजेपी सरकार सिर्फ सांप्रदायिक राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा, "प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है, अपराधों में इजाफा हो रहा है, महंगाई आसमान छू रही है, लेकिन सरकार इन पर ध्यान देने के बजाय समाज को बांटने और नफरत फैलाने में लगी हुई है। बीजेपी विकास के नाम पर शून्य है, केवल झूठे दावे और प्रचार के सहारे सत्ता में बने रहना चाहती है।"
भूजल विधेयक से उद्योगपतियों को डराने का प्रयास
गहलोत ने राजस्थान में निवेश को लेकर भी सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा, "बीजेपी सरकार निवेश के नाम पर सिर्फ हवाई घोषणाएं कर रही है। राइजिंग राजस्थान का नारा देने वाली सरकार अब तक कोई बड़ा निवेश नहीं ला पाई है। उद्योगपति यहां आने से डर रहे हैं, क्योंकि सरकार लगातार अनिश्चितता का माहौल बना रही है। भूजल प्राधिकरण विधेयक के जरिए जनता और व्यापारियों पर अनावश्यक बोझ डाला जा रहा है, जिससे कोई भी निवेशक यहां पूंजी लगाने से कतरा रहा है।" उन्होंने कहा कि अगर सरकार इसी तरह विरोधाभासी नीतियां अपनाती रही, तो राजस्थान औद्योगिक विकास में पिछड़ जाएगा और इसका सीधा नुकसान प्रदेश की जनता को होगा।
बीजेपी...आरएसएस लोकतंत्र का गला घोंट रहे
गहलोत ने बीजेपी और आरएसएस पर लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा, "बीजेपी और आरएसएस का एजेंडा साफ है—वह देश को एकपक्षीय शासन की ओर ले जाना चाहते हैं। विपक्ष को खत्म करके सत्ता पर एकाधिकार जमाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन कांग्रेस इसे कभी सफल नहीं होने देगी।" उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और बीजेपी की इस तानाशाही के खिलाफ हर मंच पर संघर्ष जारी रखेगी। गहलोत के इस आक्रामक रुख से साफ है कि कांग्रेस अब सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ आर-पार की लड़ाई के मूड में है।
यह भी पढ़ें: Rajasthan: अब कोचिंग सेंटर्स पर सरकार का नियंत्रण ! सदन में पेश हुआ बिल, किस मुद्दे पर हुई गर्मागर्म बहस?
यह भी पढ़ें: राजस्थान विधानसभा में गहलोत-राजे-पायलट की चुप्पी, बजट सत्र में सवालों की कमी, क्या है वजह?