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क्या राजस्थान अपराध का गढ़ बन गया? गहलोत ने भजनलाल सरकार को घेरा, दिए चौंकाने वाले आंकड़े

राजस्थान में नाबालिग लड़कियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने भाजपा की भजनलाल सरकार पर जोरदार हमला बोला है।
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Ashok Gahlot: राजस्थान में नाबालिग लड़कियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने भाजपा की भजनलाल सरकार पर जोरदार हमला बोला है। मंगलवार को अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में गहलोत ने टोंक और अजमेर की घटनाओं का हवाला देते हुए राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चिंता जताई।

उनका आरोप है कि राज्य में अपराधियों का कानून से कोई डर नहीं रह गया है और (Ashok Gahlot) भाजपा सरकार इस मुद्दे पर गंभीर नहीं दिख रही है। गहलोत ने यह भी कहा कि अगर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई नहीं की गई तो हालात और भी बिगड़ सकते हैं।

राजस्थान में महिला सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी

राजस्थान में महिलाओं और नाबालिग लड़कियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की जा रही है। हाल के दिनों में बढ़ते अपराधों, विशेष रूप से यौन शोषण और बलात्कार के मामलों ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर स्थिति पर तुरंत नियंत्रण नहीं किया गया, तो यह समाज में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर देगा।

सोशल मीडिया का दुरुपयोग

ब्यावर जिले में हुए यौन शोषण के मामले में सोशल मीडिया के दुरुपयोग की बात सामने आई है। आरोपियों ने नाबालिग लड़कियों से सोशल मीडिया के जरिए संपर्क किया और उन्हें मोबाइल फोन देकर उनका विश्वास हासिल किया। इसके बाद उन्हें होटल में बुलाकर यौन शोषण किया गया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट सहित कई गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इस मामले में लड़कियों ने यह भी बताया कि उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा था और धर्म के नाम पर मजबूर किया जा रहा था।

पुलिस... प्रशासन की भूमिका पर सवाल

इस मामले ने पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप है कि ऐसे मामलों में पुलिस की प्रतिक्रिया धीमी होती है और अक्सर मामले दबा दिए जाते हैं। गहलोत ने इस बात पर जोर दिया कि मुख्यमंत्री को गृह विभाग और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करके महिला सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे अपराधों के लिए दोषियों को सख्त सजा मिले और महिलाओं को न्याय मिले।

समाज की जिम्मेदारी

इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए केवल सरकार और पुलिस की ही नहीं, बल्कि समाज की भी जिम्मेदारी बनती है। माता-पिता को अपने बच्चों को सोशल मीडिया के सही और गलत इस्तेमाल के बारे में जागरूक करना चाहिए। साथ ही, समाज को ऐसे मामलों में पीड़ितों का साथ देना चाहिए और उन्हें न्याय दिलाने के लिए आगे आना चाहिए।

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