Rajasthan: 'अजमेर दरगाह की सच्चाई सामने आनी चाहिए' विवाद पर क्या बोले UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ?
Ajmer Sharif Dargah: राजस्थान की अजमेर शरीफ दरगाह में शिव मंदिर के दावे के बाद देशभर में इस मुद्दे पर बहस छिड़ गई है। (Ajmer Sharif Dargah) एक पक्ष वर्शिप एक्ट 1991 का हवाला देकर अजमेर दरगाह को लेकर किए गए दावे को गलत ठहरा रहा है। जबकि दूसरा पक्ष कह रहा है कि सच्चाई सामने आनी ही चाहिए। अब राजस्थान की भाजपा सरकार में UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा का बयान आया है।
'अजमेर दरगाह की सच्चाई सामने आनी चाहिए'
अजमेर शरीफ दरगाह में शिव मंदिर के दावे वाली याचिका पर अदालत 20 दिसंबर को सुनवाई करेगी। मगर इससे पहले यह मुद्दा देशभर में सुर्खियों में आ गया है। राजनेता इस मुद्दे को लेकर एक दूसरे को घेर रहे हैं। इस बीच अब राजस्थान की भजनलाल सरकार में UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने भी इस मामले में बयान दिया है। उनका कहना है कि अजमेर दरगाह की वैज्ञानिक तरीके से जांच होनी चाहिए और सच्चाई सामने आनी चाहिए।
'जांच में सबूत मिलें तो स्वीकार करना चाहिए'
UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा का कहना है कि यह सच है कि देश में एक हजार साल तक अन्याय और अत्याचार हुआ। कई धार्मिक स्थलों को नष्ट किया गया। तलवार की नोंक पर लोगों का धर्मांतरण हुआ। इसमें कोई अतिशोयक्ति नहीं है कि हमारे धर्मस्थलों को तोड़कर दूसरे धर्मस्थल बनाए गए। अगर अजमेर के दरगाह में कोई ऐसा प्रकरण है तो उसकी वैज्ञानिक तरीके से जांच होनी चाहिए। जांच में इस प्रकार के सबूत मिलते हैं तो उस समुदाय को भी इस बात को स्वीकार करना चाहिए। उसका हल निकालना चाहिए।
'लव जिहाद पर अंकुश जरुरी'
UDH मंत्री झाबर सिंह ने भजनलाल सरकार की ओर से धर्मांतरण विधेयक का प्रस्ताव लाने पर भी प्रतिक्रिया दी। मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि प्रदेश में लव जिहाद पर अंकुश लगाना जरुरी है। राजस्थान में लव जिहाद और लालच-दवाब में धर्मांतरण को सहन नहीं किया जाएगा। इसके लिए धर्मांतरण कानून लागू किया जाएगा। जिससे किसी भी व्यक्ति का लालच या दवाब में धर्म परिवर्तन नहीं कराया जा सकेगा।
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