Exclusive: राजस्थान में चुनाव टाले, अब प्रतिनियुक्ति से सुधार की उम्मीद... क्या यह सरकार का आखिरी दांव है?
Banswara News: बांसवाड़ा । (मृदुल पुरोहित) राजस्थान में गत नवम्बर में बांसवाड़ा सहित कई नगर निकायों का कार्यकाल समाप्त हो गया। सरकार ने चुनाव की घोषणा नहीं की और इसे आगामी वर्ष के लिए टालते हुए निकायों में प्रशासक नियुक्त कर दिए। (Banswara News) इसके बाद रिक्त पदों के कारण कुछ कामकाज पटरी से उतरा तो अब स्वायत्त शासन विभाग ने अन्य विभागों से चार वर्ष के लिए कार्मिकों को प्रतिनियुक्ति पर लगाने की स्वीकृति दे दी है।
प्रदेश में कई निकायों में कार्यकाल समाप्त होने के तीन-चार माह पहले ही आचार संहिता लगने की सुगबुगाहट चल रही थी। इसके बाद निकायों और पंचायतीराज के चुनाव साथ कराने की चर्चा चली। अंतत: नवम्बर के अंतिम सप्ताह में राजस्थान में कई निकायों का कार्यकाल समाप्त हो गया तो राज्य सरकार ने प्रशासकों की नियुक्ति कर दी। इसके बाद अब यह कहा जा रहा है कि निकायों के चुनाव वर्ष 2025 में ही संभव है। निकायों में ‘मुखियाओं’ के निवर्तमान होने के बाद कामकाज भी पटरी से उतरा है। वहीं रिक्त पदों का भी असर पड़ रहा है। ऐसे में अब प्रतिनियुक्ति की बैसाखी पर निकायों को चलाने की कोशिश की जा रही है।
दैनिक कार्य हो रहे प्रभावित
स्वायत्त शासन विभाग में रिक्त पदों के कारण प्रभावित हो रहे कामकाज को देखते हुए अब प्रतिनियुक्ति के लिए अन्य विभागों से कार्मिकों को नियुक्त करने को हरी झंडी दी गई है। निदेशक कुमार पाल गौतम की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि निकायों में अधिकारियों और कर्मचारियों के पद रिक्त होने से कार्यक्षमता और दैनिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों, उपक्रमों, निगमों में कार्यरत कार्मिकों को चार वर्ष की अवधि के लिए प्रतिनियुक्ति पर लेने का निर्णय किया गया है। 65 वर्ष तक की आयु के सेवानिवृत्त कार्मिक भी डेपुटेशन पर लग सकेंगे।
3999 पदों पर होगी प्रतिनियुक्ति
आदेश के अनुसार निकायों में अधिशासी अधिकारी (ईओ) से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के कुल 3999 पदों पर प्रतिनियुक्ति की जानी है। इन पदों में अधिशासी अधिकारी द्वितीय से चतुर्थ, राजस्व अधिकारी, कर निर्धारक, संयुक्त विधि परामर्शी, उप विधि परामर्शी, वरिष्ठ विधि अधिकारी, सहायक विधि परामर्शी, स्वास्थ्य अधिकारी के पद सम्मिलित हैं। इसके अतिरिक्त सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता, उप नगर नियोजक, सहायक नगर नियोजक, नगर नियोजन सहायक, प्रारूपकार, सहायक लेखाधिकारी, कनिष्ठ लेखाधिकारी, राजस्व निरीक्षक, सहायक राजस्व निरीक्षक, सफाई निरीक्षक, सहायक प्रशासनिक अधिकारी, वरिष्ठ सहायक, कनिष्ठ सहायक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सम्मिलित हैं।
कामकाज पर पड़ रहा असर
निकायों में लंबे समय से विभिन्न संवर्गों में भर्ती नहीं हुई है। इसका असर कामकाज पर पड़ रहा है। बांसवाड़ा में ही राजस्व निरीक्षक, सहायक राजस्व निरीक्षक सहित कई पद रिक्त हैं। कुछ पदों पर प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से संविदा पर कार्मिक नियुक्त कर कामकाज चलाया जा रहा हैं, किंतु विभाग के स्थायी कर्मचारियों के अभाव में कामकाज पर असर पड़ रहा है।
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