Winter Prediction 2024: भीषण गर्मी और बारिश के बाद सहना पड़ेगा सर्दी का सितम, राजस्थान समेत यहां पड़ सकती है कड़ाके की सर्दी
Winter Prediction 2024: भीषण गर्मी, बारिश और बाढ़ के बाद अब सर्दी का सितम झेलने के लिए तैयार हो जाइये। अक्टूबर के मध्य के बाद कई राज्यों और शहरों में तेज शीतलहर का अनुभव किया जा सकता है। मौसम विभाग ने हाल ही में अपने नवीनतम अनुमान में इस बात की पुष्टि की है। उनका कहना है कि अक्टूबर के मध्य तक मानसून पूरी तरह समाप्त हो जाएगा और 17 अक्टूबर तक दक्षिण-पूर्वी प्रायद्वीप में सर्दियों का मौसम शुरू हो जाएगा। इसका मुख्य कारण है ला नीना।
ला नीना क्या है?
ला नीना एक वैश्विक जलवायु घटना है, जो भारत में सर्दी के तापमान पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, अगले दो महीनों में ल नीना के आगमन की 60-70 प्रतिशत संभावना है, जो भारत में सर्दी के मौसम की शुरुआत का संकेत है।
मौसम विभाग ने दी जानकारी
डॉ. एम. मोहपात्रा, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के प्रमुख, बताते हैं, "आम तौर पर, ला नीना के वर्षों में उत्तर-पश्चिम भारत के तापमान सामान्य से कम होते हैं। लेकिन इस बार, इसके संक्रमण का पूर्वानुमान सही से नहीं किया गया है। वर्तमान स्थिति इस बात का संकेत देती है कि यह एक कमजोर ला नीना हो सकती है। यदि ऐसा होता है, तो उत्तर-पश्चिम भारत इस सर्दी में कुछ ठंडे लहरों का अनुभव कर सकता है, लेकिन वर्तमान में इसकी गंभीरता का पूर्वानुमान लगाना कठिन है।"
ला नीना कब होता है?
ला नीना तब होती है जब समतलीय प्रशांत महासागर के तापमान में कमी आती है, जिससे वैश्विक वायु प्रवाह में बदलाव आता है। भारत में, यह दक्षिण-पश्चिम मानसून को मजबूत करता है और सर्दियों को विशेष रूप से ठंडा और कठिन बना देता है, विशेषकर उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में। हालांकि, यदि ल नीना बहुत मजबूत होती है, तो इसका प्रभाव दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों पर भी देखा जा सकता है।
इन राज्यों में पड़ सकती है कड़ाके की ठंड
अक्टूबर और नवंबर में ला नीना की स्थिति विकसित होने की संभावना के कारण राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में कड़ाके की सर्दी पड़ने का अनुमान है।
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