राजस्थानराजनीतिनेशनलअपराधकाम री बातम्हारी जिंदगीधरम-करममनोरंजनखेल-कूदवीडियोधंधे की बात

Supreme Court: 'क्यों नहीं किया गया पटाखों पर प्रतिबंध का पालन?' सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार और पुलिस को लगाई फटकार

Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को दिल्ली सरकार और पुलिस से पूछा कि दिवाली के दौरान पटाखों पर प्रतिबंध का पालन क्यों नहीं किया गया, जबकि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण की समस्या बनी हुई है। इसके अलावा, सुप्रीम...
04:04 PM Nov 04, 2024 IST | Ritu Shaw

Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को दिल्ली सरकार और पुलिस से पूछा कि दिवाली के दौरान पटाखों पर प्रतिबंध का पालन क्यों नहीं किया गया, जबकि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण की समस्या बनी हुई है। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट ने राजधानी में पटाखों पर प्रतिबंध के उल्लंघन पर आप सरकार और दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा।

कोर्ट ने कहा कि पटाखों से होने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण नहीं होने से अराजकता की स्थिति पैदा होती है और सरकार और राजधानी पुलिस से पूछा कि भविष्य में ऐसी विफलता को रोकने के लिए वे क्या उपाय कर रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार

सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा, "दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कुछ सख्त कार्रवाई, जैसे परिसरों को सील करने की जरूरत है।" उन्होंने कहा, "हमें कुछ ऐसा करने की जरूरत है ताकि अगले साल दिवाली के दौरान पटाखों पर प्रतिबंध के कोर्ट के आदेश का उल्लंघन न हो।"

त्योहारों तक ही न रहें सीमित

कोर्ट ने राज्य से दिल्ली में पटाखों पर स्थायी प्रतिबंध लगाने पर विचार करने को भी कहा, 'इसे त्योहारों के समय तक सीमित न रखा जाए'। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा से भी जवाब मांगा कि दिवाली के दौरान खेतों में आग लगाने की घटनाएं कैसे बढ़ीं।

सुप्रीम में इस दिन होगी सुनवाई

सर्वोच्च न्यायालय ने निर्देश दिया कि सभी जवाब एक सप्ताह में दाखिल किए जाएं, तथा मामले की सुनवाई 14 नवंबर को तय की। यह दिवाली के दौरान दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध का खुलेआम उल्लंघन किए जाने के बाद हुआ है, तथा अगले ही दिन राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की मोटी परत छा गई, तथा कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच गई।

SAFAR के अनुसार, राजधानी में दिवाली मनाए जाने के एक दिन बाद 1 नवंबर को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया। कई क्षेत्रों में घातक कणों का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन की सुरक्षा सीमा से सात गुना अधिक हो गया।

हर साल होता है यह हाल

दिल्ली में वायु प्रदूषण का संकट हर साल अक्टूबर के बाद गहराता है, जब पड़ोसी राज्यों में फसल अवशेषों को जलाया जाता है, तथा तापमान ठंडा हो जाता है, जिससे घातक धुआं निकलता है। यह धुआं नई दिल्ली तक पहुंचता है, जिससे प्रदूषण बढ़ता है तथा जन स्वास्थ्य संकट और भी बदतर हो जाता है।

यह भी पढ़ें: J&K Terror: नहीं रुक रहा आतंकी हमले का सिलसिला, श्रीनगर में ग्रेनेड हमले में नौ नागरिक घायल, सुरक्षा बलों ने इलाके को घेरा

Tags :
air pollutiondelhi governmentDelhi PollutionDiwalifirecrackers banSupreme court
Next Article