राजस्थानराजनीतिनेशनलअपराधकाम री बातम्हारी जिंदगीधरम-करममनोरंजनखेल-कूदवीडियोधंधे की बात

Tirupati Beef Laddu: तिरुपति के प्रसाद में मछली का तेल और सूअर की चर्बी की मिलावट! जानें क्या है पूरा विवाद

Tirupati Beef Laddu: गुरुवार को आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में प्रसाद के रूप में बटने वाले लड्डुओं को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ, जिसने लोगों की आस्था को झकझोर कर रख दिया। लड्डुओं में बीफ की मिलावट के खुलासे...
02:48 PM Sep 20, 2024 IST | Ritu Shaw

Tirupati Beef Laddu: गुरुवार को आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में प्रसाद के रूप में बटने वाले लड्डुओं को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ, जिसने लोगों की आस्था को झकझोर कर रख दिया। लड्डुओं में बीफ की मिलावट के खुलासे से एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया। सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने दावा किया है कि तिरुपति मंदिर में लड्डुओं की तैयारी में “बीफ टैलो”, “लार्ड” (सूअर की चर्बी) और मछली के तेल के इस्तेमाल किया गया है।

सीएम नायडू ने क्या कहा?

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि YSRCP सरकार के समय तिरुपति श्राइन में लड्डुओं के लिए घी की जगह “पशु चर्बी” का उपयोग किया गया था। टीडीपी के प्रवक्ता अनाम वेंकट रामना रेड्डी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में संदिग्ध लैब टेस्ट की रिपोर्ट पेश की, जिसमें कथित तौर पर घी के सैम्पल्स में "बीफ टैलो" की उपस्थिति की पुष्टि की गई थी। उन्होंने कहा, “लैब रिपोर्टों से पुष्टि होती है कि तिरुमाला में आपूर्ति किए गए घी में बीफ टैलो, पशु चर्बी और मछली का तेल शामिल था और एस मान केवल 19.7 है।”

हालांकि, न तो आंध्र प्रदेश सरकार और न ही तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम्स (TTD) ने आधिकारिक रूप से इस प्रयोगशाला रिपोर्ट की पुष्टि की। इस बीच, YSRCP ने नायडू पर राजनीतिक लाभ के लिए "घिनौने आरोप" लगाने का आरोप लगाया है।

बीफ टैलो क्या है?

बीफ टैलो वह पदार्थ है जो मांस के कटों, जैसे रम्प रोस्ट, रिब्स और स्टेक्स से निकाली गई चर्बी को पिघलाकर बनाया जाता है। इसे मांस से खींची गई चर्बी को गर्म करके और पिघलाकर एक तरल रूप में बदला जाता है, जो ठंडा होने पर एक लचीली, मक्खन जैसी स्थिरता में ठोस हो जाता है।

YSRCP ने क्या कहा ?

YSRCP ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि नायडू राजनीतिक लाभ के लिए "घिनौने आरोप" लगा रहे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य YV सुभा रेड्डी, जो चार वर्षों तक TTD के अध्यक्ष भी रहे हैं, उनका कहना है कि नायडू के आरोपों ने भगवान की पवित्रता को कमजोर किया है और भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है।

रेड्डी ने कहा, “यह असंभव है कि भगवान को अर्पित की जाने वाली प्रसाद में पशु चर्बी का उपयोग किया गया हो। यह आरोप लगाना एक घिनौना प्रयास है।” उन्होंने चुनौती दी कि नायडू भगवान के सामने आकर शपथ लें कि उनके आरोप सत्य हैं या नहीं। बता दें कि लड्डुओं के इस विवाद ने आंध्र प्रदेश में राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया है और अब यह देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है।

Tags :
Beef FatChandrababu NaiduFish OilJagan Mohan ReddyLadduPrasadam LadduTDPTirupatiTirupati Balaji TempleTirupati Beaf LadduTirupati Beef LadduTirupati TempleTirupati Temple TrustTirupati Venkateswara TempleTTDगौमांस की चर्बीचंद्रबाबू नायडूजगन मोहन रेड्डीटीटीडीटीडीपीतिरुपतितिरुपति बालाजी मंदिरतिरुपति मंदिरतिरुपति मंदिर ट्रस्टतिरुपति वेंकटेश्वर मंदिरप्रसादम लड्डूमछली तेललड्डू
Next Article