Tariff War: अमेरिका भारत पर लगाएगा जवाबी टैरिफ, ट्रंप ने जताई उम्मीद- भारत घटाएगा शुल्क
Tariff War: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक इंटरव्यू में कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत अमेरिका से आने वाले सामान पर लगने वाले टैरिफ (आयात शुल्क) में कटौती करेगा। यह जानकारी समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने दी है।
ट्रंप ने ब्राइटबार्ट न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा, “मुझे लगता है कि वे शायद इन टैरिफ को काफी हद तक कम कर देंगे, लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम 2 अप्रैल से उन्हें उतना ही शुल्क लगाएंगे जितना वे हम पर लगाते हैं।”
गौरतलब है कि टैरिफ वह सरकारी कर होता है जो किसी देश में विदेशी सामान के आयात पर लगाया जाता है। इससे घरेलू उद्योग को बढ़ावा मिलता है और विदेशी उत्पाद महंगे हो जाते हैं।
अमेरिका ने दी जवाबी टैरिफ लगाने की चेतावनी
पिछले सप्ताह भारत सरकार ने संसद में स्पष्ट किया कि अभी तक अमेरिका ने भारत पर कोई जवाबी टैरिफ नहीं लगाया है। यह स्पष्टीकरण तब आया जब डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और अन्य देशों द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर ऊंचे टैरिफ लगाए जाने की आलोचना की और इसे "बहुत ही अनुचित" बताया। ट्रंप ने यह भी ऐलान किया कि 2 अप्रैल से अमेरिका उन देशों पर जवाबी टैरिफ लगाएगा जो अमेरिकी उत्पादों पर भारी शुल्क लगाते हैं।
इससे पहले 13 फरवरी को अमेरिका ने 'रेसीप्रोकल ट्रेड एंड टैरिफ्स' पर एक मेमो जारी कर अमेरिकी वाणिज्य सचिव और यूएस ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव (USTR) को यह जांचने का निर्देश दिया था कि कौन-कौन से देशों के साथ व्यापारिक असंतुलन अमेरिका की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहा है। साथ ही उनसे हर व्यापारिक साझेदार के लिए समाधान प्रस्ताव देने को कहा गया था।
भारत-अमेरिका ने तय किया व्यापार दोगुना करने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया वॉशिंगटन यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार दोगुना कर 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का संकल्प लिया। दोनों देशों ने 2025 के अंत तक बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के पहले चरण को अंतिम रूप देने पर भी सहमति जताई।
2023 में भारत-अमेरिका के बीच कुल व्यापार 190.08 अरब डॉलर तक पहुंचा, जिसमें 123.89 अरब डॉलर का वस्तु व्यापार और 66.19 अरब डॉलर का सेवा व्यापार शामिल था। भारत ने अमेरिका को 83.77 अरब डॉलर की वस्तुएं निर्यात कीं, जबकि अमेरिका से 40.12 अरब डॉलर की वस्तुएं आयात की। इससे भारत को 43.65 अरब डॉलर का व्यापार अधिशेष (Trade Surplus) मिला।
2021 से 2024 के बीच अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बनकर उभरा और यह उन कुछ देशों में शामिल है जहां भारत का व्यापार अधिशेष बना हुआ है।
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