Supreme Court AI Lawyer: चीफ जस्टिस ने AI वकील से पूछा सवाल, बदल में मिले जवाब से यूं हुए प्रभावित, देखें वीडियो
Supreme Court AI Lawyer: गुरुवार को भारत के मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट परिसर में बने राष्ट्रीय न्यायिक संग्रहालय और अभिलेखागार (एनजेएमए) का दौरा किया और वहां मौजूद एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI Lawyer) वकील से बात की। उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय हमारे देश में न्यायालय की अहमियत को दर्शाता है और इसे राष्ट्र को समर्पित किया।
एआई वकील से की बातचीत
मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ और अन्य वरिष्ठ न्यायाधीशों ने संग्रहालय का दौरा करते हुए एआई वकील से सवाल पूछा। उन्होंने कहा, "क्या भारत में मौत की सज़ा संवैधानिक है?" इस पर एआई वकील, जो वकील की पोशाक में नजर आ रहा था,उसने जवाब दिया, "हाँ, भारत में मौत की सज़ा संवैधानिक है। इसे केवल उन मामलों में लागू किया जाता है, जो बेहद गंभीर और दुर्लभ होते हैं।" एआई वकील के इस जवाब से मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ प्रभावित हुए और उनके साथ मौजूद अन्य न्यायाधीशों ने भी तालियाँ बजाईं। यहां देखें पूरा वीडियो -
चीफ जस्टिस पहले भी कर चुके हैं AI का जिक्र
मुख्य न्यायाधीश ने पहले भी न्याय में एआई के उपयोग की बात की है। उन्होंने कहा था कि एआई तकनीक से अदालतों की प्रक्रिया तेज और आसान हो सकती है। एआई के इस्तेमाल से कागजी काम कम होगा और विवादों का निपटारा जल्दी हो सकेगा। हालांकि, उन्होंने एआई के अंधाधुंध उपयोग से होने वाली चुनौतियों के प्रति भी सतर्क रहने की सलाह भी दी थी।
संग्रहालय के उद्घाटन पर चंद्रचूड़ ने बताया कि इसे बनाने की योजना में डेढ़ साल लगे और निर्माण का काम छह महीने में पूरा हुआ। उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय अंतरराष्ट्रीय स्तर के बेहतरीन संग्रहालयों जैसा है और यह हमारे संस्थान और उच्च न्यायालयों की न्याय सेवा में योगदान को दर्शाता है।
जल्द होंगे रिटायर
मुख्य न्यायाधीश ने संग्रहालय के डिजाइनरों की भी तारीफ की, जिन्होंने प्रधानमंत्री संग्रहालय और तीन मूर्ति भवन को भी डिजाइन किया है। डी वाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को 50वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवानिवृत्त होंगे, जिसके बाद जस्टिस संजीव खन्ना इस पद को संभालेंगे।