Sambhal Violence: संभल जा रहे राहुल गांधी को यूपी पुलिस ने ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर रोका, विपक्ष ने संसद में मचाया हंगामा
Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने जा रहे लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को बुधवार को ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने रोक दिया। इस घटना ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया, जहां कांग्रेस और राज्य सरकार एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
पुलिस ने राहुल गांधी को संभल जाने से रोका
राहुल गांधी ने पुलिस द्वारा रोके जाने को संविधान का उल्लंघन बताया और कहा कि उन्हें पीड़ितों से मिलने के उनके संवैधानिक अधिकार से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर संवाददाताओं से कहा, “हम संभल जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस हमें जाने नहीं दे रही है। एक नेता प्रतिपक्ष के रूप में मेरा अधिकार है कि मैं वहां जाऊं। मैंने अकेले जाने और पुलिस के साथ जाने की पेशकश भी की, लेकिन इसे भी अस्वीकार कर दिया गया। यह संविधान और मेरे अधिकारों का हनन है। यह नया भारत है, जहां संविधान को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। हम लड़ाई जारी रखेंगे।”
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस मुद्दे पर सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, “जो संभल में हुआ, वह गलत है। राहुल गांधी विपक्ष के नेता हैं और उन्हें पीड़ितों से मिलने से रोका नहीं जा सकता। उन्होंने पुलिस के साथ अकेले जाने की पेशकश भी की, फिर भी उन्हें नहीं जाने दिया गया। यह दिखाता है कि उत्तर प्रदेश सरकार स्थिति को संभालने में असमर्थ है।”
राज्य सरकार का पक्ष
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कांग्रेस नेताओं पर संभल हिंसा को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि संभल में माहौल संवेदनशील है और पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू की है। पाठक ने कहा, “कांग्रेस नेता सांभल मामले का राजनीतिकरण कर रहे हैं। उनके दौरे से राज्य में माहौल बिगड़ सकता है। संभल में शांति बहाल करने के लिए पुलिस ने धारा 144 लगाई है, जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। कांग्रेस को कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करना चाहिए, न कि इसे तोड़ने का प्रयास।”
क्या है संभल हिंसा का पूरा मामला?
24 नवंबर को संभल में एक मुग़लकालीन मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए। यह सर्वेक्षण स्थानीय अदालत के आदेश पर किया जा रहा था, जिसमें दावा किया गया था कि मस्जिद का निर्माण एक हिंदू मंदिर को तोड़कर किया गया था।
संसद में विपक्ष का हंगामा
राहुल गांधी को रोके जाने के मुद्दे पर लोकसभा में भी हंगामा हुआ। कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद ने इसे विपक्षी नेता के अधिकारों का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा, “यह अस्वीकार्य है कि नेता प्रतिपक्ष को शांतिपूर्ण दौरे के लिए रोका गया। यह लोकतंत्र का अपमान है।” हालांकि, सभापति जगदंबिका पाल ने इस मुद्दे को संसद के बाहर का मामला बताते हुए चर्चा से इनकार कर दिया।
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