• ftr-facebook
  • ftr-instagram
  • ftr-instagram
search-icon-img

RG Kar Rape Case: ट्रेनी डॉक्टर की हत्या और बलात्कार मामले में CBI की जांच प्रक्रिया से नाराज डॉक्टर्स, फिर शुरू करेंगे आंदोलन

RG Kar Rape Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में जांच की धीमी गति को लेकर जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया। इन डॉक्टरों ने पश्चिम...
featured-img

RG Kar Rape Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में जांच की धीमी गति को लेकर जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया। इन डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फोरम के बैनर तले एकजुट होकर अपना असंतोष व्यक्त किया और सीबीआई द्वारा पेश किए गए चार्जशीट से भी नाखुशी जताई है, जिसमें केवल एक व्यक्ति को आरोपी के रूप में नामित किया गया है।

नाराज डॉक्टर ने फिर शुरू किया प्रदर्शन

फोरम के प्रवक्ता देबाशिष हलदर ने कहा कि डॉक्टरों को मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर ऐसा लग रहा है कि मामले में "अन्य दोषियों" की भूमिका पूरी तरह से स्पष्ट नहीं की गई है। हलदर ने सवाल उठाया, "क्या आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष सहित अन्य गिरफ्तार व्यक्तियों की भूमिका की पूरी तरह से जांच की गई है?"

उन्होंने यह भी घोषणा की कि डॉक्टरों ने नए आंदोलनों की योजना बनाई है। 9 नवंबर को कोलकाता में कॉलेज स्क्वायर से एस्पलानेड तक एक रैली निकाली जाएगी, जिसमें नागरिक समाज संगठनों के सदस्य भी शामिल होंगे। इसके अलावा, 9 नवंबर को रानी रश्मोनी एवेन्यू पर एक सामूहिक सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें मृत डॉक्टर के लिए न्याय की मांग की जाएगी। हलदर ने बताया कि 4 नवंबर को बंगाल के हर इलाके में दीप जलाने का भी आह्वान किया गया है।

क्या है पूरा मामला?

9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक महिला ट्रेनी डॉक्टर मृत हालत में पाई गई थी। पुलिस ने इस मामले में एक सिविल वॉलंटियर, संजय रॉय को गिरफ्तार किया। सीबीआई ने मामले की जांच अपने हाथ में लेते हुए पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और अब निलंबित थाना प्रभारी अभिजीत मंडल को गिरफ्तार किया।

प्रदर्शन का सिलसिला

जूनियर डॉक्टरों ने 5 अक्टूबर से शुरू किए गए अनशन को 21 अक्टूबर को खत्म कर दिया था, जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके मांगों पर गौर करने का आश्वासन दिया था। हालांकि, हलदर ने कहा कि जूनियर डॉक्टरों को यह डर है कि सीबीआई की जांच की धीमी गति से आरोपियों को जमानत मिल सकती है। उन्होंने कहा, "हम जानना चाहते हैं कि केंद्रीय एजेंसी ने अस्पताल के उच्च अधिकारियों के खिलाफ क्या कदम उठाए हैं और क्या जांचकर्ताओं ने स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों से बात की है।"

इसी बीच, सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने जूनियर डॉक्टरों के नए आंदोलन की आलोचना की है। वरिष्ठ टीएमसी सांसद कल्याण बंडोपाध्याय ने आरोप लगाया कि यह आंदोलन सीपीआई (एम) द्वारा हाइजैक कर लिया गया है और कहा कि डॉक्टरों के पास अब कोई ठोस मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा, "यह आंदोलन अब आम आदमी को असुविधा में डाल रहा है।"

यह भी पढ़ें: J&K Encounter: जम्मू कश्मीर के बडगाम में आतंकवादी हमला, उत्तर प्रदेश के दो प्रवासी मजदूरों को लगी गोली

.

tlbr_img1 होम tlbr_img2 शॉर्ट्स tlbr_img3 वेब स्टोरीज़ tlbr_img4 वीडियो