Rajkot Game Zone Fire : गेम जोन के पास फायर एनओसी थी या नहीं ? यही सबसे बड़ा सवाल, मगर संशय बरकरार
Rajkot Game Zone Fire : राजकोट। राजकोट के टीआरपी मॉल के गेमिंग जोन में आग से 32 लोगों की मौत के बाद अब हादसे के कारणों की जांच चल रही है। जांच का सबसे बड़ा सवाल है कि क्या गेम जोन में आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम थे ? क्या गेम जोन संचालकों के पास फायर एनओसी थी ? मगर इस पर अभी संशय बना हुआ है। संशय क्यों है यह भी आपको बताते हैं।
सबसे बड़े सवाल पर संशय बरकरार
राजकोट टीआरपी गेमिंग जोन में आग लगने की घटना के बाद फायर कंट्रोल ऑफिसर की ओर से बताया जा रहा था कि गेम जोन प्रबंधन की ओर से फायर एनओसी के लिए आवेदन नहीं किया गया। गेम जोन में प्रभावी फायर उपकरण भी नहीं मिले। जबकि पुलिस कमिश्नर का बयान है कि गेम जोन प्रबंधन ने फायर सेफ्टी प्रूफ पेश किए हैं, फायर एनओसी की प्रक्रिया जारी थी। यही दो बयान हैं जिससे गेम जोन प्रबंधन के पास फायर एनओसी थी या नहीं ? इस पर संशय बना हुआ है।
2023 में दिया था बुकिंग लाइसेंस
पुलिस आयुक्त का कहना है कि गेम जोन को नवंबर 2023 में बुकिंग लाइसेंस दिया गया था। जिसे एक साल के लिए रिन्यू भी किया गया। इसके लिए मैकेनिकल, आरएंडबी से परमिशन भी ली गई।
6 आरोपी, 2 गिरफ्तार, बाकी की तलाश
पुलिस कमिश्नर राजू भार्गव की ओर से बताया गया कि गेम जोन में आग लगने के मामले में तालुका पुलिस स्टेशन में 6 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें दो आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। क्राइम ब्रांच अब बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है।
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'जल्द पेश की जाएगी चार्जशीट'
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि गेम जोन में आग लगने के मामले में फिलहाल एफएसएल की टीमें सबूत जुटा रही हैं। एसआईटी सभी एंगल से मामले की जांच कर रही है। कोशिश रहेगी कि इस मामले में जल्द से जल्द चार्जशीट पेश कर दी जाए। इसके अलावा मामले की त्वरित सुनवाई के लिए स्पेशल पीपी को लेकर भी कार्रवाई की गई है।
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