Punjab Protest: पंजाब में किसानों का 'रेल रोको'आंदोलन, प्रभावित हुए रेल मार्ग
Punjab Protest: पंजाब में किसानों ने बुधवार को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रेल मार्गों को कई जगहों पर अवरुद्ध कर दिया, जिसमें फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी रूप से बाध्यकारी बनाने की मांग भी शामिल है।
किसानों ने 'रेल रोको' आंदोलन संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मज़दूर मोर्चा के बैनर तले शुरू किया। किसान मज़दूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने बुधवार को बताया कि किसान दोपहर से लेकर शाम 3 बजे तक कई जगहों पर रेलवे ट्रैक पर धरना दे रहे हैं।
रेल रोको प्रदर्शन की जगहें
यह प्रदर्शन मोगा, फरीदकोट, कादियां और गुरदासपुर के बटाला, जालंधर के फिल्लौर, होशियारपुर के टांडा, दसूहा, महलपुर, फिरोजपुर के मखू, तलवंडी भाई, लुधियाना के साहनेवाल, पटियाला के शंभू, मोहाली और संगरूर के सुनाम और लेहरा में आयोजित किया गया।
किसानों का प्रदर्शन
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर धरना दे रहे हैं।
दिल्ली मार्च को लेकर किसानों ने कई बार प्रयास किए हैं, लेकिन सुरक्षा बलों द्वारा रोके जाने के कारण वे सफल नहीं हो पाए। दिसंबर में किसानों ने दिल्ली में प्रवेश करने के लिए 6 दिसंबर, 8 दिसंबर और फिर 14 दिसंबर को पैदल मार्च किया, लेकिन हर बार पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
अनशन और मांगें
पिछले तीन हफ्तों से, पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल खनौरी सीमा बिंदु पर केंद्र सरकार से अपनी मांगें मनवाने के लिए अनशन पर हैं। उनकी मांगों में फसलों पर MSP की कानूनी गारंटी, कर्जमाफी, किसानों और खेत मज़दूरों के लिए पेंशन, बिजली दरों में वृद्धि न करना, पुलिस केस वापस लेना, और 2021 के लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को न्याय दिलाना शामिल हैं।
इसके अलावा, भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 की पुनःस्थापना और 2020-21 के पिछले आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग भी प्रमुख है।
यह भी पढ़ें: PM Modi On Ambedkar: अमित शाह के बयान पर संसद में हंगामा, PM मोदी ने दिया विपक्ष को करारा जवाब
.