New Delhi Stampede: राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और विपक्षी नेताओं ने जताया शोक, घायलों को मदद का आश्वासन
New Delhi Stampede: शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ जब हजारों यात्री प्रयागराज जाने वाली तीन ट्रेनों में सवार होने के लिए स्टेशन पर एकत्र हुए थे।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने एक्स (X) पर लिखा, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में हुई जनहानि से अत्यंत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर दुख जताते हुए लिखा, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। प्रशासन प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता कर रहा है।"
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों और अधिकारियों के अनुसार, भगदड़ प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर तब हुई जब वहां प्रयागराज एक्सप्रेस के यात्री एकत्र हो रहे थे। प्रयागराज जाने वाली दो अन्य ट्रेनें, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी, विलंबित थीं, जिससे भीड़ और बढ़ गई। बताया जा रहा है कि रेलवे अधिकारियों ने प्लेटफॉर्म 14 और 15 की सीढ़ियों को भीड़ नियंत्रण के लिए अवरुद्ध कर दिया था। हालांकि, ट्रेनों में देरी के कारण भीड़ बढ़ती गई और यात्री सीढ़ियों पर चढ़ने-उतरने के लिए धक्का-मुक्की करने लगे, जिससे भगदड़ मच गई।
विपक्ष ने साधा सरकार पर निशाना
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया और इसे प्रशासन की "असंवेदनशीलता" करार दिया। उन्होंने एक्स पर लिखा, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में कई लोगों की मौत और दर्जनों के घायल होने की खबर बेहद दुखद और परेशान करने वाली है। इस घटना ने एक बार फिर रेलवे की विफलता और सरकार की असंवेदनशीलता को उजागर कर दिया है। प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए बेहतर व्यवस्था की जानी चाहिए थी।"
रेल मंत्री ने दिए जांच के आदेश
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ से अत्यंत दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपनों को खोया है। हमारी पूरी टीम प्रभावितों की सहायता के लिए काम कर रही है।"
दिल्ली सरकार की प्रतिक्रिया
दिल्ली की निवर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी ने घटना को "दिल दहला देने वाला" बताया। उन्होंने लिखा, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में श्रद्धालुओं की दुखद मृत्यु अत्यंत दर्दनाक है। मैंने एलएनजेपी अस्पताल जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। कई लोग घायल हैं, जिनका इलाज जारी है। दो विधायक भी अस्पताल में मौजूद हैं ताकि पीड़ित परिवारों की मदद कर सकें।" दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को तत्काल राहत कार्य सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए लिखा, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं की मौत अत्यंत दुखद और पीड़ादायक है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें।"
पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसे "प्रशासनिक लापरवाही" करार दिया। उन्होंने कहा, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है। निर्दोष लोग मारे गए और परिवार बिखर गए। आखिर कब तक आम जनता को ऐसी घटनाओं की कीमत चुकानी पड़ेगी?"
प्रभावित परिवारों को मदद देने का आश्वासन
इस हादसे के बाद रेलवे और दिल्ली प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है। घायलों का इलाज सरकारी अस्पतालों में जारी है और मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने पर विचार किया जा रहा है। उच्च स्तरीय जांच के आदेश के बाद उम्मीद की जा रही है कि हादसे की पूरी सच्चाई सामने आएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
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