New Delhi Stampede: 2 घंटे में 2600 टिकट जारी, स्टेशन पर बढ़ती गई भीड़ और भगदड़ से मचा हड़कंप
New Delhi Stampede: शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ (New Delhi Stampede) में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है, जिनमें 5 बच्चे भी शामिल हैं। सबसे कम उम्र का शिकार 7 वर्षीय बच्चा था, जबकि सबसे बुजुर्ग मृतक 79 वर्ष के थे। इस हादसे में महिलाओं और बच्चों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, जिसमें 11 महिलाओं की जान चली गई। अधिकांश लोगों की मौत दम घुटने (एस्फिक्सिया) से हुई, जबकि कुछ को गंभीर फ्रैक्चर भी आए।
वहीं, जांच में कुछ खुलासे हुए हैं, जिससे यह समझा जा सकता है कि प्रयागराज जाने वालों को दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ का शिकार क्यों होना पड़ा।
कैसे हुआ हादसा?
- महज दो घंटे में 2,600 ट्रेन टिकट बेचे गए।
- मृतकों में 8 लोग दिल्ली के और 9 लोग बिहार के थे।
- चश्मदीदों के अनुसार, भगदड़ फुट ओवरब्रिज से नीचे उतरते समय हुई।
- घायलों को मुख्य रूप से छाती, पेट और निचले अंगों में चोटें आईं, जबकि दम घुटना मौत का मुख्य कारण रहा।
हादसे की वजह:
प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी थी और प्लेटफॉर्म, फुट ओवरब्रिज, एस्केलेटर व सीढ़ियों पर भीड़ जमा थी। वहीं, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस के यात्री भी प्लेटफॉर्म 12, 13, 14 और 15 पर ट्रेन के इंतजार में थे, जो पहले से ही देरी से चल रही थीं।
प्रारंभिक जांच के मुताबिक, इस भगदड़ की सबसे बड़ी वजह "प्रयागराज" नाम वाली कई ट्रेनों के बीच हुआ भ्रम था। जब घोषणा हुई कि प्रयागराज स्पेशल प्लेटफॉर्म 12 से रवाना होगी, तो कई यात्रियों ने सोचा कि उनकी ट्रेन प्लेटफॉर्म 12 पर आ रही है और वे उधर दौड़ पड़े। इससे अचानक अफरातफरी मच गई।
घटनाक्रम ऐसे बढ़ा:
- रात 9:15 बजे तक प्लेटफॉर्म 14 पर पहले से ही मगध एक्सप्रेस (पटना के लिए) थी, जबकि उत्तर संपर्क क्रांति (जम्मू के लिए) प्लेटफॉर्म 15 पर खड़ी थी।
- प्लेटफॉर्म 13 पर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के यात्री पहले से ही जमा थे, क्योंकि ट्रेन को रात 12 बजे तक के लिए पुनर्निर्धारित किया गया था।
- रेलवे प्रशासन हर घंटे प्रयागराज के लिए करीब 1,500 जनरल टिकट जारी कर रहा था, जिससे भीड़ और बढ़ गई।
- रात 10 बजे भीड़ बेकाबू हो गई और रेलवे अधिकारियों ने प्रयागराज के लिए एक विशेष ट्रेन की घोषणा कर दी। इस घोषणा के बाद हजारों यात्री फुट ओवरब्रिज से प्लेटफॉर्म 12 की ओर दौड़ पड़े। इस दौरान भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई कि कई लोग कुचले गए और भगदड़ मच गई।
जांच और अगली कार्रवाई:
- दिल्ली पुलिस ने स्टेशन की सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
- शनिवार रात ही डीसीपी रैंक के अधिकारी की अगुवाई में जांच शुरू हो गई।
- इस हादसे पर तथ्य-जांच समिति (फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी) की रिपोर्ट और शव परीक्षण (पोस्टमॉर्टम) रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
- जांच के नतीजों के आधार पर प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई होगी।
इस दर्दनाक हादसे में कई तीर्थयात्री, जो महाकुंभ के लिए प्रयागराज जा रहे थे, भी शिकार बने। रेलवे प्रशासन से इस घटना को लेकर जवाबदेही तय करने की मांग की जा रही है।
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