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Nathuram Godse: हिंदू महासभा ने ग्वालियर में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की 114वीं जयंती मनाई, जानें क्या रखी मांग

Nathuram Godse ग्वालियर: हिन्दू महासभा ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की 114वीं जयंती मनाई। अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने अपना पुराना राग भी अलापा है। हिंदू महासभा ने कहा कि नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या की।...
07:51 PM May 19, 2024 IST | Sandeep Kumar Dubey

Nathuram Godse ग्वालियर: हिन्दू महासभा ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की 114वीं जयंती मनाई। अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने अपना पुराना राग भी अलापा है। हिंदू महासभा ने कहा कि नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या की। इसकी वजह बिल्कुल जायज है। महासभा जिलाध्यक्ष लोकेश शर्मा ने कहा कि महात्मा गांधी ने धर्म के आधार पर भारत को बांट दिया था।

ऐसे में वह इसी के अधिकारी थे। ऐसा नहीं होना चाहिए था। महासभा प्रतिनिधियों ने कहा कि अखिल भारतीय हिंदू महासभा लगातार हिंदू राष्ट्र की मांग भी करती रही है। इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए।

 

नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) की प्रतिमा लगाने‌ की मांग‌

बता दें कि हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं ने शहर में नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) की प्रतिमा लगाने‌ की मांग‌ की। साथ ही भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग की। प्रशासन की रोक-टोक के बावजूद हिंदू महासभा हर वर्ष गोडसे जयंती मनाती रही है। कुछ वर्ष पहले जिला प्रशासन ने नाथूराम गोडसे की मूर्ति को जब्त कर लिया था।

इसके बाद भी हिंदू महासभा लगातार नाथूराम गोडसे के समर्थन में कार्यक्रम आयोजित करती रही है। रविवार 19 मई को हिंदू महासभा के दौलतगंज स्थित दफ्तर में नाथूराम गोडसे को पुष्पांजलि दी गई। गोडसे के समर्थन में नारेबाजी करते हुए आरती उतारी गई।

 

गोडसे को 8 नवंबर 1949 को मौत की सजा सुनाई गई

नाथूराम विनायक गोडसे (Nathuram Godse) (19 मई 1910 - 15 नवंबर 1949) महात्मा गांधी के हत्यारे थे। उन्होंने 30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली में महात्मा गांधी को गोली मारी थी। गोडसे पुणे के एक हिंदू राष्ट्रवादी थे। वह मानते थे कि गांधी ने भारत का विभाजन मुसलमानों की मांगों के समर्थन में किया था। उन्होंने नारायण आप्टे व छह अन्य लोगों के साथ हत्या की साजिश रची थी।

एक साल तक चले मुकदमे के बाद गोडसे को 8 नवंबर 1949 को मौत की सजा सुनाई गई थी। सजा के रूपान्तरण के लिए गांधी के दो बेटे मणिलाल गांधी व रामदास गांधी ने दलील दी।(Nathuram Godse) हालांकि वह PM जवाहर लाल नेहरू, वल्लभ भाई पटेल व गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी द्वारा ठुकरा दिया गया। गोडसे को 15 नवंबर 1949 को अंबाला सेंट्रल जेल में फांसी दी गई थी।

 

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