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Mann Ki Baat: संविधान सभा के विचारों से प्रेरणा लें, पीएम ने 'मन की बात' में किया आह्वान

Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann Ki Baat) में चुनाव आयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि आयोग ने तकनीक के माध्यम से जनता की शक्ति को सशक्त बनाया...
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Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann Ki Baat) में चुनाव आयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि आयोग ने तकनीक के माध्यम से जनता की शक्ति को सशक्त बनाया है और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है।

चुनाव आयोग के स्थापना दिवस, जो 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है, के अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आयोग ने समय-समय पर चुनाव प्रक्रिया का आधुनिकीकरण और मजबूतीकरण किया है। मोदी ने कहा, "चुनाव आयोग ने तकनीक का उपयोग कर लोगों की शक्ति को मजबूत किया है।" उन्होंने सभी नागरिकों से लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेने और इसे सशक्त बनाने की अपील की।

EVM पर मोदी का समर्थन

प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी को विपक्ष के ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की निष्पक्षता पर उठाए गए सवालों के संदर्भ में देखा जा सकता है। मोदी ने कहा कि भारत की आज़ादी के बाद इसकी लोकतांत्रिक क्षमता पर संदेह जताया गया था, लेकिन देश ने इन संदेहों को गलत साबित किया। उन्होंने कहा, "आखिरकार, भारत लोकतंत्र की जननी है।"

संविधान निर्माताओं से प्रेरणा लेने की अपील

प्रधानमंत्री ने इस बार 'मन की बात' कार्यक्रम को महीने के अंतिम रविवार के बजाय तीसरे रविवार को आयोजित किया क्योंकि अगला रविवार गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में है। मोदी ने कार्यक्रम के दौरान संविधान सभा के कुछ सदस्यों, जिनमें अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद, भीमराव अंबेडकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी शामिल हैं, उनके वक्तव्यों के ऑडियो क्लिप साझा किए। उन्होंने कहा कि हमें अपने संविधान निर्माताओं से प्रेरणा लेकर ऐसा भारत बनाना चाहिए जिस पर वे गर्व कर सकें। उन्होंने उल्लेख किया कि इस गणतंत्र दिवस पर हमारा संविधान लागू होने के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं।

प्रयागराज के महाकुंभ का उल्लेख

प्रधानमंत्री ने प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसमें विभिन्न जातियों और क्षेत्रों के लोग एक साथ आ रहे हैं, जहां किसी प्रकार का भेदभाव नहीं है। मोदी ने कहा कि युवाओं की व्यापक भागीदारी इस विशाल आयोजन में देखी जा रही है। उन्होंने इसे भारतीय सभ्यता की जड़ों को मजबूत करने और सुनहरे भविष्य की दिशा में आश्वस्त करने वाला बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि महाकुंभ की वैश्विक लोकप्रियता हर भारतीय के लिए गर्व की बात है।

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