Mahakumbh Shahi Snan: मकर संक्रांति पर पहला अमृत स्नान संपन्न, साधुओं और श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
Mahakumbh Shahi Snan: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सोमवार से महाकुंभ का भव्य शुभारंभ हुआ। इस महापर्व का पहला बड़ा अवसर मकर संक्रांति के दिन अमृत स्नान के रूप में देखा गया। मंगला बेला में महा-निर्वाणी पंचायती अखाड़ा के साधुओं ने शोभायात्रा निकालते हुए त्रिवेणी संगम (गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम) में पवित्र स्नान किया। इसके साथ ही इस अमृत स्नान का शुभारंभ हुआ।
महा-निर्वाणी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञान पुरी ने स्नान के बाद कहा, "इतनी बड़ी भीड़ के बावजूद हर कोई स्नान का अनुभव कर पाता है। ऐसा दृश्य केवल यहीं संभव है।"
13 अखाड़े करेंगे अमृत स्नान
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने बताया कि अमृत स्नान में कुल 13 अखाड़े हिस्सा ले रहे हैं। प्रत्येक अखाड़े को 40 मिनट का समय दिया गया है, और सभी अखाड़े क्रमशः स्नान करेंगे।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
महाकुंभ में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। एसएसपी कुंभ मेला राजेश द्विवेदी ने बताया कि अखाड़ों के स्नान मार्ग पर पुलिस, पीएसी, घुड़सवार पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।
श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब
मकर संक्रांति के पावन अवसर पर हजारों श्रद्धालु ठंडी सुबह में संगम में डुबकी लगाने पहुंचे। यह त्योहार हिंदू धर्म में फसल कटाई के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है।
संन्यासी, बैरागी और उदासी अखाड़े
महाकुंभ 2025 के अमृत स्नान में हिस्सा लेने वाले 13 अखाड़ों को तीन समूहों में बांटा गया है – संन्यासी (शैव), बैरागी (वैष्णव) और उदासी। शैव अखाड़ों में श्री पंच दशानन जुना अखाड़ा, श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी, श्री शंभु पंचायती अटल अखाड़ा, श्री पंचायती अखाड़ा महा-निर्वाणी, श्री शंभु पंचाग्नि अखाड़ा, श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा और तपोनिधि श्री आनंद अखाड़ा पंचायती शामिल हैं।
विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन
महाकुंभ विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। इस महाकुंभ में 45 करोड़ से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है। 2025 का महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा, जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और धर्मगुरु हिस्सा लेंगे।
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