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Maha Kumbh Foreign Guests: दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में अंतरराष्ट्रीय आस्था की झलक, 10 देशों के प्रतिनिधियों ने लगाई डुबकी

Maha Kumbh Foreign Guests: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित भव्य महाकुंभ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। गुरुवार को 10 देशों के 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल (Maha Kumbh Foreign Guests) ने प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई...
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Maha Kumbh Foreign Guests: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित भव्य महाकुंभ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। गुरुवार को 10 देशों के 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल (Maha Kumbh Foreign Guests) ने प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई और इस अनोखे अनुभव को साझा किया।

गुयाना के प्रतिनिधि की अनोखी अनुभूति

गुयाना के प्रतिनिधि दिनेश परसौद ने गंगा स्नान के बाद अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, "यह मेरे लिए एक सपना सच होने जैसा है। गंगा में डुबकी लगाना हमेशा मेरी इच्छा थी, और यह अनुभव अविस्मरणीय है।" उन्होंने अन्य लोगों को भी महाकुंभ में भाग लेने और पवित्र गंगा में डुबकी लगाने के लिए प्रेरित किया।

यूएई की सैली एल अजाब ने की आयोजन की प्रशंसा

संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की सैली एल अजाब ने कुंभ मेले के आयोजन की भारी प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है। यहां की सुरक्षा और व्यवस्थाएं बहुत ही उच्च स्तर की हैं। हर चीज़ व्यवस्थित और शानदार ढंग से संचालित की गई है।"

विदेश मंत्रालय का विशेष आमंत्रण

महाकुंभ में शामिल होने के लिए भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के बाहरी प्रचार और लोक कूटनीति विभाग ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल को आमंत्रित किया था। इस प्रतिनिधिमंडल में फिजी, फिनलैंड, गुयाना, मलेशिया, मॉरीशस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, त्रिनिदाद और टोबैगो तथा यूएई के सदस्य शामिल थे। उनके ठहरने की व्यवस्था उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा अरैल में विकसित टेंट सिटी में की गई।

त्रिवेणी संगम में श्रद्धालुओं की भारी आमद

महाकुंभ के चौथे दिन त्रिवेणी संगम में हजारों श्रद्धालुओं ने स्नान किया। मकर संक्रांति के अवसर पर 3.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया। इस आयोजन में अब तक 6 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शामिल हो चुके हैं।

एआई आधारित खोया-पाया केंद्र

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने एआई आधारित कम्प्यूटरीकृत खोया-पाया केंद्र स्थापित किया है। इस केंद्र के माध्यम से खोए हुए लोग अपने परिजनों से पुनः मिल पा रहे हैं। मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने कहा, "अब तक ऐसा कोई मामला नहीं आया जिसमें हम किसी व्यक्ति को उनके परिजनों से नहीं मिला पाए।"

आगामी प्रमुख स्नान तिथियां

13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा। प्रमुख स्नान तिथियों में 29 जनवरी (मौनी अमावस्या - दूसरा शाही स्नान), 3 फरवरी (बसंत पंचमी - तीसरा शाही स्नान), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा), और 26 फरवरी (महा शिवरात्रि) शामिल हैं।

वैश्विक आस्था का संगम

प्रयागराज महाकुंभ न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए आस्था और सांस्कृतिक समागम का प्रतीक बन गया है। यहां आकर श्रद्धालु न केवल पवित्र स्नान का अनुभव कर रहे हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा से भी परिचित हो रहे हैं।

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