Khalistani Terrorist: पंजाब-उत्तर प्रदेश पुलिस की बड़ी सफलता, खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के तीन आतंकवादी मारे गए
Khalistani Terrorist: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में सोमवार तड़के पुलिस मुठभेड़ में तीन खालिस्तानी आतंकवादी मारे गए, जिनका संबंध ISI से था। पंजाब पुलिस के महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने यह जानकारी देते हुए इसे पंजाब में "ISI समर्थित आतंकवाद" के खिलाफ एक बड़ी सफलता बताया।
मारे गए आतंकवादियों की पहचान
मुठभेड़ में मारे गए खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के तीन आतंकवादियों की पहचान वरिंदर सिंह उर्फ रवि, गुरविंदर सिंह और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह के रूप में हुई है। इन तीनों पर पंजाब के गुरदासपुर के बक्शीवाला पुलिस पोस्ट पर ग्रेनेड हमले में शामिल होने का आरोप था।
पाकिस्तान और ग्रीस से जुड़े थे तार
DGP यादव ने बताया कि यह मॉड्यूल पाकिस्तान में स्थित KZF के प्रमुख रंजीत सिंह नीटा द्वारा संचालित किया जा रहा था। वह ग्रीस में रहने वाले जसविंदर सिंह मनु के जरिए इन आतंकवादियों को निर्देश दे रहा था। जसविंदर सिंह मनु, मारे गए आतंकवादी वरिंदर सिंह के गांव अगमा का ही रहने वाला है।
ब्रिटिश आर्मी के जवान की संदिग्ध भूमिका
जांच में यह भी सामने आया है कि हमले की साजिश में ब्रिटेन में स्थित जगजीत सिंह का हाथ हो सकता है, जो कथित तौर पर ब्रिटिश आर्मी में कार्यरत है। यादव ने बताया कि जगजीत सिंह ने "फतेह सिंह बगी" नाम की झूठी पहचान का इस्तेमाल कर इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
संयुक्त अभियान में मिली सफलता
यह मुठभेड़ उत्तर प्रदेश और पंजाब पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन का नतीजा थी। उत्तर प्रदेश DGP प्रशांत कुमार ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान तीनों आतंकवादी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने दो AK-47 राइफल और दो Glock पिस्तौल बरामद कीं। अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादी इन हथियारों का इस्तेमाल और अधिक नुकसान पहुंचाने के लिए करने वाले थे।
आगे की जांच जारी
इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों का पता लगाने और पूरे मॉड्यूल को खत्म करने के लिए जांच जारी है। पंजाब और उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस सफलता को अंतरराज्यीय सहयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण बताया।
यह भी पढ़ें: Allu Arjun Stampede Case: अल्लू अर्जुन के घर पर प्रदर्शन, जुबली हिल्स में तोड़फोड़