राजस्थानराजनीतिनेशनलअपराधकाम री बातम्हारी जिंदगीधरम-करममनोरंजनखेल-कूदवीडियोधंधे की बात

IIFA Awards 2025: बॉलीवुड में महिलाओं की बढ़ती भूमिका पर माधुरी दीक्षित ने जताया गर्व, बताया अपना अनुभव

IIFA Awards 2025: राजस्थान की गुलाबी नगरी जयपुर में बॉलीवुड सितारों की चमक-धमक पूरी तरह से देखने को मिल रही है।
12:43 PM Mar 08, 2025 IST | Ritu Shaw

IIFA Awards 2025: राजस्थान की गुलाबी नगरी जयपुर में बॉलीवुड की चमक-धमक पूरी तरह से देखने को मिल रही है। आईफा अवॉर्ड्स 2025 का रंगारंग कार्यक्रम 8 मार्च से शुरू हुआ, लेकिन इसकी हलचल 7 मार्च से ही शुरू हो गई थी। इस दौरान भारतीय सिनेमा में महिलाओं की भूमिका पर एक विशेष परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा माधुरी दीक्षित और ऑस्कर विनिंग फिल्म निर्माता गुनीत मोंगा ने भाग लिया।

महिलाओं के सफर पर माधुरी दीक्षित के विचार

माधुरी दीक्षित ने अपने 39 साल के करियर का अनुभव साझा करते हुए बताया कि भारतीय सिनेमा में समय के साथ महिलाओं के किरदारों में जबरदस्त बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि जब वह अपने करियर के शुरुआती दिनों में थीं, तब फिल्म सेट पर केवल उनकी को-एक्ट्रेसेस और हेयर ड्रेसर ही महिलाएं हुआ करती थीं। अन्य विभागों में महिलाओं की उपस्थिति न के बराबर थी।

माधुरी ने कहा, "पहले के जमाने में महिला निर्देशक होना बहुत बड़ी बात मानी जाती थी, क्योंकि इंडस्ट्री में महिलाएं बहुत कम थीं। सई परांजपे उन दिनों की एकमात्र महिला निर्देशक थीं, जिन्हें मैं जानती थी। लेकिन अब जब मैं सेट पर लौटती हूं, तो हर विभाग में महिलाओं को काम करते हुए देखकर गर्व महसूस होता है। चाहे वह डीओपी (डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी) हो या डायरेक्टर, हर क्षेत्र में महिलाएं अपनी छाप छोड़ रही हैं।"

निजी जीवन और करियर का संतुलन

माधुरी ने अपने निजी जीवन को लेकर भी विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि शादी से पहले वह लगातार तीन शिफ्ट में काम करती थीं। लेकिन शादी के बाद उन्होंने अपने परिवार के साथ जीवन को प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा, "आज मैं अपने पति और बच्चों के साथ जो जिंदगी जी रही हूं, वह मेरे लिए एक सपने जैसी है। फिर मैंने फिल्मों में वापसी की क्योंकि अभिनय ही मेरा सपना है।"

महिला प्रधान फिल्मों पर खास विचार

महिला प्रधान फिल्मों को लेकर माधुरी ने कहा, "मैंने अपने करियर में कई महिला केंद्रित फिल्में की हैं, जैसे 'मृत्युदंड' और 'बेटा'। जब मैंने 'मृत्युदंड' की, तो कई लोगों ने कहा कि मुझे कमर्शियल सिनेमा करना चाहिए, लेकिन मैंने इस फिल्म को इसलिए किया क्योंकि इसमें महिला सशक्तिकरण का महत्वपूर्ण संदेश था।"

माधुरी दीक्षित के इन विचारों ने भारतीय सिनेमा में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को उजागर किया और यह दर्शाया कि महिलाओं ने अपने हुनर और मेहनत से हर क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है।

यह भी पढ़ें: IIFA Jaipur 2025: 25वीं वर्षगांठ पर जयपुर में भव्य आयोजन, यह है कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल

Tags :
bollywood newsIFFA Award2025IIFA Awards 2025JaipurMadhuri Dixit NeneWomen day 2025
Next Article