Hoax Bomb Alert: फर्जी बम अलर्ट के पीछे निकला खुफिया ब्यूरो का अफसर, जांच में हुआ खुलासा
Hoax Bomb Alert: नागपुर से कोलकाता जा रही इंडिगो फ्लाइट में बम की झूठी सूचना देने के मामले में गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान खुफिया ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि 44 साल के अनिमेष मंडल, जो नागपुर में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट के पद पर तैनात हैं, उन्होंने यह फर्जी सूचना दी थी।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस का दावा है कि मंडल ने फ्लाइट के टेकऑफ़ के बाद क्रू को बताया कि विमान में बम है, जिसके बाद विमान को रायपुर में आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। विमान में 187 यात्री सवार थे। हालांकि, तलाशी लेने पर यह जानकारी झूठी पाई गई। रायपुर पुलिस ने मंडल को भारतीय न्याय संहिता की धारा 351 (4) (गुमनाम संचार के माध्यम से आपराधिक धमकी) और 1982 के असैनिक उड्डयन सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया।
वकील का दावा
मंडल के वकील फैज़ल रिज़वी ने उनके निर्दोष होने का दावा किया है। वकील का कहना है कि मंडल को फ्लाइट में चढ़ने के बाद एक स्रोत से बम की सूचना मिली थी। उन्होंने सवाल उठाया, “पुलिस ने तुरंत क्यों नहीं बताया कि वह आईबी के अधिकारी हैं?”
पुलिस का बयान
रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि मंडल को हिरासत में लेने के बाद IB को तुरंत सूचित किया गया। उन्होंने कहा कि मंडल को स्थानीय पुलिस और आईबी की संयुक्त जांच के बाद ही गिरफ्तार किया गया, क्योंकि उनकी दी गई जानकारी गलत पाई गई। उन्होंने कहा, “इस हरकत से पैनिक फैल गया और यात्रियों और क्रू की सुरक्षा खतरे में पड़ी।”
फर्जी बम धमकी के मामले
भारत में 2024 में एयरलाइंस को 719 फर्जी बम धमकी संदेश मिले, जिससे पिछले पांच वर्षों में ऐसे मामलों की कुल संख्या 809 हो गई है। नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोळ ने 9 दिसंबर को राज्यसभा में लिखित जवाब में यह जानकारी दी।
मंत्री ने बताया कि नागरिक उड्डयन सुरक्षा नियामक, सिविल एविएशन सिक्योरिटी ब्यूरो ने इन धमकियों से निपटने के लिए सख्त प्रोटोकॉल तैयार किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए "बम धमकी आकस्मिक योजना (BTCP)" लागू की गई है।
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