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Delhi Chunav Results 2025: शुरुआती रुझानों में मनीष सिसोदिया जंगपुरा से आगे, आतिशी कालकाजी से पीछे

Delhi Chunav Results 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना जारी है। शुरुआती रुझानों में जानें AAP के उम्मीदवारों का हाल।
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Delhi Chunav Results 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना जारी है और शुरुआती रुझानों में आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार मनीष सिसोदिया जंगपुरा सीट से आगे चल रहे हैं। वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार तरविंदर सिंह मारवाह और कांग्रेस (Congress) के फरहाद सूरी को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।

मनीष सिसोदिया की नई सीट और चुनावी मुकाबला

मनीष सिसोदिया, जो पहले पूर्वी दिल्ली की पटपड़गंज सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं, इस बार जंगपुरा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। मतदान के दौरान उन्होंने दिल्ली के लोगों से बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी के लिए वोट करने की अपील की। उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि शिक्षा की क्रांति जीतेगी।" हालांकि, आम आदमी पार्टी के लिए ये चुनाव आसान नहीं रहे। चुनाव के दौरान जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र के सराय काले खां इलाके में AAP ने वोटरों को रिश्वत देने का आरोप लगाया था, जिसे पुलिस ने खारिज कर दिया।

मनीष सिसोदिया का राजनीतिक सफर

पत्रकार से राजनेता बने मनीष सिसोदिया, AAP के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं और अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगी माने जाते हैं। उन्होंने 2013 में पहली बार चुनाव जीता और पटपड़गंज से लगातार 2015 और 2020 में भी विजयी रहे। 2023 और 2024 में दिल्ली आबकारी नीति मामले में जेल में रहने के बाद वे फिलहाल जमानत पर हैं। अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में घोषणा की थी कि सिसोदिया ही AAP की ओर से उपमुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे।

आतिशी शुरुआती रुझानों में पीछे

AAP की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार आतिशी शुरुआती रुझानों में बीजेपी के रमेश बिधूड़ी से पीछे चल रही हैं। 2024 में अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद 43 साल की उम्र में दिल्ली की सबसे युवा मुख्यमंत्री बनने वाली आतिशी इस बार कालकाजी सीट से लगातार दूसरी बार जीत की कोशिश कर रही हैं।

आतिशी का चुनावी सफर और चुनौतियां

2013 में AAP में शामिल होने के बाद आतिशी ने पार्टी की नीतियों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी के गौतम गंभीर से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 2020 में उन्होंने कालकाजी से 11,000 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया, लेकिन पानी की कमी, सीवेज और सड़क की समस्याओं को लेकर जनता में असंतोष भी देखने को मिला।

क्या कहते हैं एग्जिट पोल?

अधिकतर एग्जिट पोल्स ने बीजेपी को भारी बढ़त मिलने की भविष्यवाणी की थी, जिससे AAP की राह मुश्किल नजर आ रही थी। हालांकि, मतगणना के अंतिम नतीजे क्या तस्वीर पेश करेंगे, यह देखना अभी बाकी है।

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