Chhattisgarh Cop Family Murder: हिस्ट्री शीटर ने पुलिसकर्मी की पत्नी और बेटी को उतारा मौत के घाट, आक्रोशित भीड़ ने किया उपद्रव
Chhattisgarh Cop Family Murder: छत्तीसगढ़ पुलिस ने सोमवार सुबह एक दर्दनाक घटना में एक हेड कांस्टेबल की 35 वर्षीय पत्नी और 16 वर्षीय बेटी की खून से सनी लाशें बरामद की। दोनों की हत्या एक हिस्ट्री शीटर कुलदीप साहू द्वारा की गई, जिसने पुलिस से दुश्मनी निभाते हुए बदला लेने के लिए इस अपराध को अंजाम दिया। शवों पर कपड़े न होने के कारण दुष्कर्म के संकेत भी मिले हैं।
इस घातक घटना ने सूरजपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को गंभीर बना दिया है। गुस्साई भीड़ ने कुलदीप साहू के घर को आग लगा दी और उपद्रव को नियंत्रित करने पहुंचे एसडीएम पर भी हमला कर दिया।
सियासी जंग शुरू
सूत्रों के अनुसार, कुलदीप साहू कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI का सदस्य है और हाल ही में उसने कांग्रेस की एक पदयात्रा में भाग लिया था। इस घटना के बाद, बीजेपी के प्रवक्ता ने कुलदीप के कांग्रेस से जुड़े होने का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।
पुलिस अधीक्षक एम.आर. आहिरे ने बताया कि हेड कांस्टेबल जब ड्यूटी से लौटे, तो उन्होंने अपने घर को खून से सना पाया और पत्नी व बेटी की लाशें 4 किलोमीटर दूर अलग-अलग गड्ढों में मिलीं। पुलिस ने आरोपित कुलदीप के वाहन का पीछा करते हुए उसकी गाड़ी के टायर पर गोली चलाई, लेकिन वह भागने में सफल रहा।
भाजपा शासित छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में भारी बवाल मच गया है
आक्रामक भीड़ ने SDM जगन्नाथ वर्मा को दौड़ाया
तो SDM साहब पुलिसवाले के साथ भीड़ से बचकर भाग निकले। pic.twitter.com/vvjoEIR1lc— Surendra Rajput (@ssrajputINC) October 14, 2024
पुलिस पर फेंका गर्म तेल
कुलदीप साहू ने हाल ही में एक कांस्टेबल पर गर्म तेल फेंका था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। सूरजपुर में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जबकि पुलिस ने घटना के बाद से उसे पकड़ने के लिए अभियान शुरू कर दिया है।
इस बीच, कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घटना की निंदा की और कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था का गंभीर संकट है। उन्होंने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की और प्रशासन से स्थिति को नियंत्रित करने का अनुरोध किया।
बीजेपी प्रवक्ता ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि कुलदीप साहू का किसी भी राजनीतिक संगठन से कोई संबंध नहीं है। इस मामले ने न केवल स्थानीय समुदाय में गुस्सा पैदा किया है, बल्कि राजनीतिक दलों के बीच भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया है।
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