BPSC Refutes Rumours: 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया लागू होने की अफवाहें निराधार- बीपीएससी
BPSC Refutes Rumours: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने सोशल मीडिया पर 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया के लागू होने की अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया है। यह परीक्षा 13 दिसंबर 2024 को आयोजित की जाएगी और इसे बिना किसी नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया के एक ही शिफ्ट में आयोजित किया जाएगा।
आयोग ने किया अफवाहों का खंडन
आयोग ने एक आधिकारिक बयान में इन अफवाहों पर आश्चर्य जताते हुए कहा, "आयोग ने इस परीक्षा के लिए न तो नॉर्मलाइजेशन का प्रस्ताव दिया है और न ही इसे लागू करने की कोई योजना बनाई है। इस तरह की झूठी अफवाहें फैलाना कुछ कोचिंग संस्थानों और तथाकथित छात्र नेताओं का जानबूझकर उम्मीदवारों को गुमराह करने का प्रयास प्रतीत होता है।"
विज्ञापन में नॉर्मलाइजेशन का उल्लेख नहीं
बीपीएससी ने यह भी स्पष्ट किया कि परीक्षा के लिए 23 सितंबर 2024 को प्रकाशित विज्ञापन में नॉर्मलाइजेशन का कोई उल्लेख नहीं किया गया था और आयोग ने इस संबंध में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। परीक्षा पूर्व निर्धारित समय पर, दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक, बिना किसी बदलाव के आयोजित की जाएगी।
आयोग ने परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता बनाए रखने की प्रतिबद्धता दोहराई और यह बताया कि निष्पक्ष और नकलमुक्त परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई सुधारात्मक उपाय किए गए हैं। बीपीएससी ने कहा, "परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए हमने समय-समय पर मल्टीसेट पेपर की प्रक्रिया को लागू किया है। 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के लिए तैयार मल्टीसेट में से एक सेट का उपयोग किया जाएगा।"
उम्मीदवारों ने किया था अनुरोध
इस परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया 28 सितंबर 2024 को शुरू हुई थी, जो पहले 18 अक्टूबर 2024 को समाप्त होने वाली थी। हालांकि, उम्मीदवारों के अनुरोध को ध्यान में रखते हुए आयोग ने आवेदन की अंतिम तिथि 4 नवंबर 2024 तक बढ़ा दी थी।
बीपीएससी ने उम्मीदवारों से अपनी तैयारी पर ध्यान केंद्रित करने और गलत सूचनाओं से प्रभावित न होने का आग्रह किया। आयोग ने अपने बयान में कहा कि, "हम सभी अभ्यर्थियों को ईमानदारी से तैयारी करने और परीक्षा में शांतिपूर्ण तरीके से भाग लेने की सलाह देते हैं।"
इस स्पष्टीकरण से उम्मीदवारों को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि नॉर्मलाइजेशन की अफवाहों को लेकर कई उम्मीदवार भ्रमित थे। 6 दिसंबर से इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन हो रहे थे।
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