Aurangzeb Tomb Controversy: औरंगज़ेब की कब्र पर विवाद पर प्रशासन ने उठाया कदम, टीन शेड से किया कवर
Aurangzeb Tomb Controversy: मुगल शासक औरंगज़ेब की कब्र को लेकर बढ़ते विवाद के बीच भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर ज़िले में स्थित इस ऐतिहासिक स्मारक के दो तरफ़ टीन शेड लगा दिया है। इसके अलावा कब्र के चारों ओर एक गोल घेरा बनाकर वायर फेंसिंग भी की जा रही है।
यह कदम ज़िला प्रशासन की ओर से लिया गया, जिसमें ज़िलाधिकारी दिलीप स्वामी और पुलिस अधीक्षक विनायकुमार राठौड़ ने ASI अधिकारियों के साथ मिलकर स्थल का दौरा किया था। एक अधिकारी ने बताया कि, "पहले वहां एक हरी जाली लगी थी, जो काफी खराब हालत में थी और पास ही स्थित ख्वाजा सैयद जैनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर आने वाले लोग औरंगज़ेब की कब्र को साफ़ देख सकते थे। इसलिए अब टीन शेड लगाया गया है।" इस पूरे मामले ने उस समय तूल पकड़ा जब विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने औरंगज़ेब की कब्र हटाने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए, जिससे सोमवार को नागपुर में यह विरोध हिंसक हो उठा।
नागपुर हिंसा में सोशल मीडिया से फैली आग
नागपुर में फैली हिंसा के मामले में पुलिस की साइबर सेल ने बड़ा खुलासा किया है। साइबर सेल के डीसीपी लोहित मातानी ने बताया कि एक आरोपी फ़हीम खान ने औरंगज़ेब के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के वीडियो को एडिट कर सोशल मीडिया पर फैलाया और हिंसा को महिमामंडन किया। इसके चलते शहर में तनाव और हिंसा फैल गई।
डीसीपी मातानी ने कहा, "फ़हीम खान ने वीडियो को एडिट कर फैलाया, जिससे दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क गई। उसने हिंसक वीडियो को बढ़ावा दिया।"
पुलिस ने इस मामले में अब तक चार एफआईआर दर्ज की है। पहली एफआईआर वीडियो एडिट कर फैलाने और हिंसा भड़काने को लेकर दर्ज हुई है। दूसरी एफआईआर हिंसक क्लिप बनाकर फैलाने की है। तीसरी में लगातार हिंसा भड़काने वाली सोशल मीडिया पोस्ट करने का आरोप है।
फ़हीम खान, जो कि माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (MD) का नेता है, उसे 19 मार्च को गिरफ्तार किया गया। 21 मार्च तक उसे पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
फिल्म 'छावा' के बाद हुई कॉन्ट्रोवर्सी
गौरतलब है कि हाल ही में रिलीज़ हुई हिंदी फिल्म 'छावा' के बाद औरंगज़ेब एक बार फिर चर्चा में आ गया है। यह फिल्म मराठा योद्धा छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है, जिन्हें औरंगज़ेब के आदेश पर मौत के घाट उतार दिया गया था।
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