Airindia Flight Security: एयर इंडिया की मुंबई-न्यूयॉर्क फ्लाइट में सुरक्षा अलार्म, जांच में निकला फर्जी खतरा
Airindia Flight Security: मुंबई से न्यूयॉर्क जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI119 को सोमवार को संभावित सुरक्षा खतरे के कारण वापस लौटना पड़ा। निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, विमान सुबह 10:25 बजे स्थानीय समयानुसार सुरक्षित रूप से मुंबई हवाई अड्डे पर उतरा।
एयर इंडिया का बयान
एयर इंडिया के अनुसार, विमान की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अनिवार्य जांच की जा रही है और एयरलाइन प्रशासन पूरी तरह से अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहा है। एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा कि यह फ्लाइट अब 11 मार्च 2025 को सुबह 5:00 बजे फिर से रवाना होगी।
यात्रियों के लिए सुविधाएं
एयर इंडिया ने यात्रियों को होटल में ठहरने की व्यवस्था, भोजन और अन्य आवश्यक सहायता प्रदान करने की जानकारी दी है। एयर इंडिया ने आश्वासन दिया कि उनके यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। एयर इंडिया के बयान में कहा गया, "हमारी ग्राउंड टीम यह सुनिश्चित कर रही है कि इस असुविधा के कारण यात्रियों को कम से कम परेशानी का सामना करना पड़े। हमेशा की तरह, एयर इंडिया यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।"
फ्लाइट का मार्ग और जांच प्रक्रिया
यह फ्लाइट मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से न्यूयॉर्क के जॉन एफ कैनेडी हवाई अड्डे के लिए निर्धारित थी, जिसकी यात्रा अवधि लगभग 15 घंटे होती है। इस विमान में 303 यात्री और 19 चालक दल के सदस्य सवार थे। उड़ान ने अज़रबैजान के ऊपर अपने मार्ग में बदलाव किया और मुंबई लौट आई। लैंडिंग के बाद बम डिटेक्शन प्रक्रिया अपनाई गई, लेकिन जांच में यह खतरा झूठा निकला। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, यह एक फर्जी अलार्म था।
पिछले घटनाक्रम और सुरक्षा प्रोटोकॉल
गौरतलब है कि 2024 में देश में कई फ्लाइट्स को लगातार बम धमकी भरे कॉल्स प्राप्त हुए थे, जिससे विमानन सुरक्षा प्रोटोकॉल को लेकर गंभीर चिंता उत्पन्न हुई थी। हालांकि ये सभी धमकियाँ झूठी साबित हुई थीं, लेकिन इससे एयरलाइन संचालन में भारी व्यवधान उत्पन्न हुआ और यात्रियों व चालक दल को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा।
सुरक्षा प्रक्रिया
उल्लेखनीय है कि जब किसी फ्लाइट को हवा में बम धमकी का संकेत मिलता है, तो अलार्म बजता है और एयरपोर्ट पर बम धमकी मूल्यांकन समिति (BTAC) को तुरंत बुलाया जाता है। यह समिति खतरे की विश्वसनीयता का आकलन करने के बाद आगे की कार्रवाई निर्धारित करती है।
यह भी पढ़ें: Supreme Court Judge: सुप्रीम कोर्ट के नए न्यायाधीश बने जस्टिस जॉयमल्या बागची, 2031 में संभालेंगे CJI का पद
.