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AIMIM Bengal 2026: एआईएमआईएम का बड़ा ऐलान, 2026 चुनाव में सभी सीटों पर लड़ेगी चुनाव

AIMIM Bengal 2026: एआईएमआईएम ने दावा किया कि पार्टी 2026 के विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी।
03:29 PM Mar 13, 2025 IST | Ritu Shaw

AIMIM Bengal 2026: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने मंगलवार को दावा किया कि पश्चिम बंगाल में मुस्लिम आबादी अब 40 प्रतिशत से अधिक हो गई है और पार्टी 2026 के विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी ने अपनी राजनीतिक रणनीति प्रस्तुत की और मुस्लिम, दलित और आदिवासी समुदायों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।

पश्चिम बंगाल में मजबूती से चुनाव लड़ने का संकल्प

पार्टी प्रवक्ता इमरान सोलंकी ने कहा, "हम यहां एक बड़ा ऐलान करने आए हैं। हमने महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली में चुनाव लड़ा है। अब बंगाल में भी हम सभी सीटों से चुनाव लड़ेंगे। पिछले पंचायत चुनावों में एआईएमआईएम को मालदा में 60,000, मुर्शिदाबाद में 25,000 और अन्य क्षेत्रों में 15,000 से 18,000 वोट मिले थे।" सोलंकी ने यह भी बताया कि यह कार्यक्रम पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के निर्देश पर आयोजित किया गया था, जिसमें पार्टी के विस्तार और आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा की गई।

वक्फ संपत्तियों पर सरकार को घेरा

सोलंकी ने यह आरोप लगाया कि कोलकाता हाई कोर्ट से लेकर फोर्ट विलियम तक का क्षेत्र वक्फ संपत्ति है, जिससे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को लाभ होता है। उन्होंने कहा, "तृणमूल वक्फ संपत्तियों का फायदा उठाती है। अगर सरकार मुस्लिम वोट चाहती है, तो उसे वक्फ बोर्ड का पूरा हिसाब देना चाहिए।"

मुस्लिम वोटों के राजनीतिक लाभ का आरोप

सोलंकी ने कहा कि 2011 के बाद कोई जनगणना नहीं हुई है, लेकिन एक अपडेटेड गणना यह साबित कर देगी कि बंगाल में मुस्लिम आबादी 40 प्रतिशत से अधिक हो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया, "वे मुस्लिम वोटों के सहारे सत्ता में आते हैं, लेकिन हमारे लिए कुछ नहीं करते। हमें लगता है कि 90 प्रतिशत मुस्लिम वोटों के कारण ही तृणमूल कांग्रेस यहां सरकार बना पाती है।"

उन्होंने टीएमसी और भाजपा दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि ये दोनों पार्टियां एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। सोलंकी ने कहा, "वे मुस्लिम वोटों के सहारे सत्ता में आते हैं, लेकिन समुदाय के लिए कोई ठोस काम नहीं करते।"

ममता सरकार पर छलावे का आरोप

सोलंकी ने ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि यह पार्टी सिर्फ चुनावों के दौरान अल्पसंख्यकों को समर्थन देने का दिखावा करती है। उन्होंने कहा, "तृणमूल कांग्रेस सिर्फ चुनाव के समय अल्पसंख्यकों का समर्थन दिखाती है, लेकिन असल में उनके हित में कुछ नहीं करती।"

एआईएमआईएम के इस ऐलान के बाद बंगाल की राजनीति में नए समीकरण बनने की संभावना है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 2026 के विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम कितना प्रभाव डाल पाती है।

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