राघव चड्ढा ने चुनाव लड़ने की न्यूनतम आयु कम करने का दिया सुझाव, बोले- ‘गंदी राजनीति’ साफ करें
Raghav Chadha: राज्यसभा के सबसे युवा सांसद और आप (AAP) के राघव चड्ढा ने मांग की है कि भारत में चुनाव लड़ने की न्यूनतम आयु 25 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को राजनीति में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। गुरुवार को संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session 2024-25) के दौरान राज्यसभा में बोलते हुए आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि मौजूदा लोकसभा के 12% सदस्य 40 वर्ष से कम उम्र के हैं।
चुनाव लड़ने की न्यूनतम आयु कम हो
इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि माता-पिता राजनीति को एक बुरा पेशा मानते हैं। भारत एक युवा देश है और यहां युवा राजनेता होने चाहिए। उन्होंने चुनाव लड़ने की न्यूनतम आयु 25 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष करने की मांग की। राज्यसभा में बोलते हुए उन्होंने कहा, "हमारी कम से कम 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम आयु की है और 50 प्रतिशत आबादी 25 वर्ष से कम आयु की है। जब स्वतंत्रता के बाद पहली लोकसभा चुनी गई थी, तब 26 प्रतिशत सदस्य 40 वर्ष से कम आयु के थे। जब दो महीने पहले हमारी 17वीं लोकसभा चुनी गई थी, तब केवल 12 प्रतिशत सदस्य 40 वर्ष से कम आयु के थे।"
भारत एक युवा देश है
राघव चड्ढा ने आगे कहा, "हम एक युवा देश हैं, जिसके राजनेता पुराने हैं। हमें युवा राजनेताओं वाला एक युवा देश बनने की आकांक्षा रखनी चाहिए। मेरे पास सरकार के लिए एक सुझाव है। चुनाव लड़ने की न्यूनतम आयु 25 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष की जानी चाहिए।" 35 वर्षीय चड्ढा ने जोर देकर कहा कि राजनीति को एक बुरा पेशा माना जाता है और कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को राजनेता बनने के लिए मजबूर नहीं करते हैं और इसके बजाय उन्हें डॉक्टर, इंजीनियर, खिलाड़ी या वैज्ञानिक बनने के लिए कहते हैं।
उन्होंने आगे कहा, "कोई भी यह नहीं कहता कि आप राजनेता बन जाएं या राजनीति में शामिल हों। हमें युवाओं को प्रोत्साहित करने की जरूरत है ताकि वे राजनीति में शामिल होने में रुचि लें। अगर लोग 18 साल की उम्र में नई सरकार चुनने के लिए वोट कर सकते हैं, तो कोई 21 साल की उम्र में चुनाव भी लड़ सकता है।"
बता दें, राज्यसभा में पंजाब का प्रतिनिधित्व करने वाले चड्ढा 2012 में आम आदमी पार्टी की स्थापना के समय से ही इससे जुड़े हुए हैं। राजनीति में आने से पहले वे चार्टर्ड अकाउंटेंट थे।