World Hypertension Day 2024: हाई ब्लड प्रेशर को क्यों कहते हैं साइलेंट किलर? जानिए इसके लक्षण और उपाय
World Hypertension Day 2024: हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है जिसे अक्सर 'साइलेंट किलर के रूप में जाना जाता है क्योंकि आमतौर पर इसके कोई लक्षण नहीं होते हैं। अगर समय रहते इसका इलाज नहीं किया गया तो यह हृदय रोग, स्ट्रोक, किडनी रोग और दृष्टि हानि जैसी गंभीर बीमारियों का प्रमुख कारण बन सकता है। हाई ब्लड प्रेशर (World Hypertension Day 2024) अक्सर मोटापा, शारीरिक गतिविधि की कमी, अत्यधिक शराब का सेवन और धूम्रपान के कारण होता हैं।
इस बीमारी से बचने और इसके बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिवर्ष 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे (World Hypertension Day 2024)के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को हाई ब्लड प्रेशर से जुड़े जोखिमों के बारे में शिक्षित करना, स्थिति को रोकने और नियंत्रित करने के लिए स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देना है। इस दिन दुनिया भर में विभिन्न स्वास्थ्य संगठन और डॉक्टर हाई ब्लड प्रेशर के प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाने और नियमित रूप से अपने बीपी की निगरानी को प्रोत्साहित करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
विश्व हाइपरटेंशन दिवस का इतिहास
विश्व हाइपरटेंशन दिवस (World Hypertension Day 2024) पहली बार 14 मई 2005 को इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ हाइपरटेंशन के सहयोग से विश्व हाइपरटेंशन लीग द्वारा इसकी स्थापना के बाद मनाया गया था। इस दिन की शुरुआत हाई बीपी, स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव और रोकथाम और नियंत्रण उपायों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए की गई थी। तब से दुनिया भर में हाई ब्लड प्रेशर की रोकथाम और प्रबंधन के लिए सार्वजनिक जागरूकता और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए इसे प्रतिवर्ष 17 मई को मनाया जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण
हाई ब्लड प्रेशर (World Hypertension Day 2024) अक्सर ध्यान देने योग्य लक्षण पैदा नहीं करता है जिस कारण इसे इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। हालांकि, कुछ लोगों को इसके लक्षणों का अनुभव तब होता है जब उनका ब्लड प्रेशर बहुत अधिक हो या इसके कारण कोई बड़ी समस्या सामने आ जाए। सामान्य रूप से किसी व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर के दौरान इन लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है।
गंभीर सिरदर्द- तीव्र सिरदर्द, विशेष रूप से सिर के पीछे, हाई ब्लड प्रेशर के दौरान हो सकता है।
दृष्टि संबंधी समस्याएं- धुंधली दृष्टि, धब्बे दिखने का अनुभव करना हाई बीपी से ग्रस्त रेटिनोपैथी के लक्षण हो सकते हैं।
सीने में दर्द- हाई ब्लड प्रेशर से ग्रस्त आपात स्थिति के दौरान सीने में दर्द या बेचैनी हो सकती है, जो संभावित हृदय समस्याओं का संकेत देती है।
सांस की तकलीफ- गंभीर हाई ब्लड प्रेशर के दौरान सांस लेने में कठिनाई या सांस की तकलीफ हो सकती है, जो संभावित हृदय या फेफड़ों की जटिलताओं का संकेत देती है।
चक्कर आना या बेहोशी- ब्रेन में ब्लड के प्रवाह में कमी के कारण हाई ब्लड प्रेशर के दौरान चक्कर आना या बेहोशी महसूस हो सकती है।
हाई ब्लड प्रेशर का इलाज
हाई ब्लड प्रेशर (World Hypertension Day 2024) के उपचार में आम तौर पर जीवनशैली में बदलाव और यदि आवश्यक हो तो ब्लड प्रेशर कम करने के लिए दवाओं का सेवन शामिल होता हैं। आमतौर पर नीचे लिखे गए उपायों को अपनाकर आप अपने को चुस्त-दुरुस्त रख सकते हैं।
जीवनशैली में बदलाव: सोडियम, सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल को कम मात्रा में आहार में शामिल करें। नियमित एक्सरसाइज, वजन कंट्रोल में रखना और शराब और स्मोकिंग छोड़ कर आप इस बीमारी से बच सकते हैं।
दवाएं: जीवनशैली में बदलाव के बाद भी आपको हाइपरटेंशन है तो किसी डॉक्टर से संपर्क कर के उनके द्वारा दी गयी दवा का सेवन कर सकते हैं।
नियमित निगरानी: हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों को नियमित रूप से अपने ब्लड प्रेशर की निगरानी करनी चाहिए और डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए।
पुरानी बीमारियों को हमेशा करें मैनेज- हाई ब्लड प्रेशर में योगदान देने वाली पुरानी बिमारियों जैसे डायबिटीज, किडनी की बीमारी को मैनेज करना भी ब्लड प्रेशर के मैनेजमेंट में महत्वपूर्ण है।
हाई ब्लड प्रेशर (World Hypertension Day 2024) से पीड़ित व्यक्तियों के लिए यह आवश्यक है कि वे अपने डॉक्टर के साथ मिलकर एक उपचार योजना तैयार करें जो उनकी विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ जोखिम को कम करे।
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