Sakarkandi Ke Fayde: इन पांच कारणों से नाश्ते में रोजाना खाएं सकरकंदी, आप भी जानें
Sakarkandi Ke Fayde: शकरकंद और आलू दोनों दीखते तो एक जैसे हैं लेकिन इनके पोषण वैल्यू में बहुत अंतर होता है। शकरकंद, जिसे आमतौर पर भारत में सकरकंदी के नाम से जाना जाता है, पोषक तत्वों से भरपूर भूमिगत कंद हैं जो आश्चर्यजनक स्वास्थ्य लाभ (Sakarkandi Ke Fayde) प्रदान करते हैं।
इनमें पानी, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, खनिज और आवश्यक विटामिन होते हैं, जिनमें ए, बी 6, सी, पोटेशियम, मैंगनीज और ई शामिल हैं, साथ ही बीटा कैरोटीन, क्लोरोजेनिक एसिड, एंथोसायनिन और कूमारिन जैसे लाभकारी प्लांट कंपाउंड भी होते हैं।
भारत में सकरकंदी (Sakarkandi Ke Fayde) आमतौर पर विभिन्न तरीकों से तैयार की जाती है, जिसमें उबालना, पकाना, भाप में पकाना या तलना शामिल है। ये विशेष रूप से आयरन और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, जो उन्हें उपवास के दिनों और त्योहारों के दौरान खाने के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बनाते हैं।
नाश्ते में क्यों खाएं शकरकंद?
नाश्ते में सकरकंदी (शकरकंद) खाना (Sakarkandi in Breakfast) एक पौष्टिक और ऊर्जा बढ़ाने वाला विकल्प है। फाइबर, जटिल कार्बोहाइड्रेट और आवश्यक विटामिन से भरपूर, यह निरंतर ऊर्जा प्रदान करता है और आपके पेट को लम्बे समय तक भरा रखता है। यह वजन प्रबंधन में भी सहायता करता है। इसका कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। शकरकंदी एक्सरसाइज के बाद का एक बेहतरीन भोजन है, जो शरीर में ऊर्जा के स्तर को फिर से भर देता है। पौष्टिक और स्वादिष्ट नाश्ते के विकल्प के लिए इसे उबालकर, भूनकर या स्मूदी में मिलाकर खाएं।
रोजाना सकरकंदी खाने के पांच फायदे
यदि आप रोजाना सकरकंदी (Sweet Potatoes Benefits) खाते हैं तो इसके अनिगनत फायदे होते हैं। आइए इसके पांच फायदों पर डालें एक नजर:
ब्लड शुगर रहता है कंट्रोल में- शकरकंद अपने मध्यम से उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स 44 से 96 के कारण ब्लड शुगर के स्तर को बनाए रखने में मदद करती हैं, जिससे कम मात्रा में सेवन करने पर ये डायबिटीज रोगियों के लिए उपयुक्त हो जाती हैं। मैंगनीज सामग्री कार्बोहाइड्रेट मेटाबॉलिज़्म में सहायता करती है, शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और स्पाइक्स को रोकने में मदद करती है।
पाचन के लिए बढ़िया- शकरकंद अपनी फाइबर सामग्री के कारण पाचन के लिए उत्कृष्ट होते हैं। इनमें पेक्टिन जैसे घुलनशील फाइबर (15-23%) और सेल्युलोज और लिग्निन सहित अघुलनशील फाइबर (77-85%) दोनों होते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ प्रमुख बीमारियों से बचाव के लिए प्रतिदिन 21-38 ग्राम फाइबर का सेवन करने की सलाह देते हैं।
हार्ट के लिए अच्छा- शकरकंद में मौजूद विटामिन बी6 शरीर में होमोसिस्टीन के स्तर को कम करके हार्ट को स्वस्थ रखता । इसके अतिरिक्त, इसका पोटेशियम कंटेंट द्रव संतुलन बनाए रखने और ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करती है।
इम्युनिटी बूस्टर- सकरकंदी अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपोनेंट्स जैसे एंथोसायनाइड्स और कोलीन के माध्यम से इम्युनिटी को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। इसका आयरन कंटेंट स्ट्रेस रेसिटंस प्रदान करने में मदद करता है, रेड और वाइट ब्लड सेल्स बढ़ाता है, और इम्यून फंक्शन को नियंत्रित करता है।
कैंसर से लड़ सकता है- शकरकंद में भरपूर एंटीऑक्सीडेंट सामग्री, विशेष रूप से कैरोटीनॉयड के कारण कैंसर से लड़ने के गुण होते हैं, जो पेट, किडनी और स्तन कैंसर के खतरे को कम करते पाए गए हैं। बैंगनी शकरकंद में विशेष रूप से ब्लूबेरी में पाए जाने वाले तीन गुना एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।
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