Oats for constipation: कब्ज़ की समस्या दूर करने में बेहद असरदार हैं ओट्स, रोज़ाना डाइट में करें शामिल
Oats for constipation: कब्ज एक आम पाचन समस्या है जो हर उम्र के लोगों को प्रभावित करती है। इसकी विशेषता है कम मल त्याग, कठोर मल और मल त्यागने में कठिनाई। कब्ज से राहत पाने का एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय है ओट्स (Oats for constipation) को अपने डेली डाइट में शामिल करना। ओट्स आहारीय फाइबर से भरपूर होते हैं, जो स्वस्थ पाचन और नियमित मल त्याग को बढ़ावा देते हैं। आइये जानते हैं ओट्स क्यों फायदेमंद हैं और आप कब्ज से निपटने के लिए उनका उपयोग कैसे कर सकते हैं।
ओट्स कब्ज के लिए प्रभावी क्यों हैं?
ओट्स बीटा-ग्लूकेन से भरपूर होते हैं, एक प्रकार का घुलनशील फाइबर जो पानी को अवशोषित करता है और पाचन तंत्र में एक जेल जैसा पदार्थ बनाता है। इससे मल नरम हो जाता है, जिससे मल त्यागने में आसानी होती है। जई में अघुलनशील फाइबर मल में मात्रा जोड़ता है, जिससे इसे आंतों के माध्यम से अधिक कुशलता से स्थानांतरित करने और कब्ज को कम करने में मदद मिलती है।
ओट्स (Oats for constipation) एक प्रीबायोटिक के रूप में काम करता है, जो लाभकारी आंत बैक्टीरिया को पोषण देता है। एक स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम पाचन में सहायता करता है और कब्ज को रोकता है। ओट्स के नियमित सेवन से यह सुनिश्चित होता है कि आपका पाचन तंत्र सुचारू रूप से काम करता है, जिससे अनियमित मल त्याग का खतरा कम हो जाता है।ओट्स पानी को अवशोषित करते हैं, पाचन तंत्र को हाइड्रेटेड रखने में मदद करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि मल नरम रहे।
अपने डेली डाइट में ओट्स को कैसे शामिल करें
अपने दिन की शुरुआत एक कटोरी गर्म दलिया (Oats for constipation) से करें। फाइबर से भरपूर पेय के लिए अपनी स्मूदी में जई मिलाएं। एक सुविधाजनक, बिना खाना पकाने की विधि जो व्यस्त सुबहों के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। बेकिंग व्यंजनों में मैदा के स्थान पर जई का उपयोग करें। ओट्स को अपने लंच या डिनर में स्वादिष्ट व्यंजन के रूप में शामिल करें।
ओट्स के सेवन के लिए अतिरिक्त टिप्स
फाइबर को प्रभावी ढंग से काम करने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। कब्ज पर जई के प्रभाव को बढ़ाने के लिए दिन भर में खूब पानी पियें।
यदि आप उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थों के आदी नहीं हैं, तो सूजन या गैस को रोकने के लिए धीरे-धीरे जई का सेवन करें।
कब्ज से राहत के लिए अधिक व्यापक दृष्टिकोण के लिए जई को फलों, सब्जियों, मेवों और बीजों के साथ मिलाएं।
इंस्टेंट ओट्स के बजाय स्टील-कट या रोल्ड ओट्स चुनें, क्योंकि वे अधिक फाइबर और पोषक तत्व बरकरार रखते हैं।
नियमित रूप से व्यायाम करें
शारीरिक गतिविधि मल त्याग दक्षता में सुधार करके उच्च फाइबर आहार का पूरक है।
कब्ज से राहत के अलावा लाभ
नियमित ओट्स का सेवन न केवल कब्ज से राहत देता है बल्कि सूजन और अपच जैसी अन्य पाचन समस्याओं से भी बचाता है।
उच्च फाइबर सामग्री आपको लंबे समय तक तृप्त रखती है, जिससे अस्वास्थ्यकर स्नैकिंग कम हो जाती है।
ओट्स चीनी के अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे यह मधुमेह वाले लोगों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बन जाता है।
ओट्स में मौजूद बीटा-ग्लूकेन खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है, जिससे हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है।
सावधानियां
अगर आपको जई या ग्लूटेन(Oats for constipation) से एलर्जी नहीं है। जबकि जई फायदेमंद है, अधिक सेवन से पाचन संबंधी परेशानी हो सकती है। प्रति दिन 1-2 सर्विंग पर टिके रहें। एडिटिव्स या कृत्रिम स्वादों से बचने के लिए जैविक, असंसाधित जई का ऑप्शन चुनें।
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