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Khecheopalri Lake Sikkim: खेचियोपालरी झील हिंदुओं और बौद्धों दोनों के लिए पवित्र स्थल, पक्षी रखते हैं झील को साफ़

Khecheopalri Lake Sikkim: पश्चिम सिक्किम स्थित खेचियोपालरी झील, बौद्धों और हिंदुओं द्वारा पूजी (Khecheopalri Lake Sikkim) जाने वाली एक प्राचीन व पवित्र जलधारा है। माना जाता है कि यह इच्छाएं पूरी करती है। इसे अक्सर "इच्छा पूरी करने वाली झील"...
11:07 AM May 20, 2024 IST | Preeti Mishra
(Image Credit: Social Media)

Khecheopalri Lake Sikkim: पश्चिम सिक्किम स्थित खेचियोपालरी झील, बौद्धों और हिंदुओं द्वारा पूजी (Khecheopalri Lake Sikkim) जाने वाली एक प्राचीन व पवित्र जलधारा है। माना जाता है कि यह इच्छाएं पूरी करती है। इसे अक्सर "इच्छा पूरी करने वाली झील" कहा जाता है। घने जंगलों से घिरी और हरी-भरी पहाड़ियों के बीच स्थित यह झील शांति और आध्यात्मिक महत्व की मानी जाती है।

ऊपर से देखने पर खेचियोपालरी झील एक पदचिह्न जैसी दिखती है। इससे विभिन्न आस्थाओं के बीच अलग-अलग व्याख्या हैं। कुछ लोग इसे देवी तारा जेत्सुन डोल्मा का पदचिह्न मानते हैं। वहीं, कुछ लोग इसे भगवान शिव के पदचिह्न के रूप में देखते हैं। कुछ अन्य लोग इसे भगवान बुद्ध का पदचिह्न भी मानते हैं।

तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को समान रूप से आकर्षित करती है यह झील

यह झील तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को समान रूप से आकर्षित करती है। इसकी सतह आश्चर्यजनक रूप से पत्तियों से रहित है। जो लोग खेचेओपालरी झील आते हैं, वो यहीं पास में खेचेओपालरी मठ जाना नहीं भूलते। मठ का भ्रमण उनकी यात्रा में एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक (Khecheopalri Lake Sikkim) आयाम जोड़ता है।

यह क्षेत्र एडवेंचर पसंद लोगों के लिए भी बहुत मुफीद है क्योंकि यहां पर बहुत सारे ट्रैकिंग ट्रेल्स हैं। खेचियोपालरी झील कई अनूठी विशेषताओं के साथ एक प्रतिष्ठित और सुरम्य स्थल है। यह इसे आध्यात्मिक साधकों और प्रकृति प्रेमियों दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बनाती है।

झील है एक पवित्र स्थल

खेचियोपालरी झील, जिसे खा-चोट-पालरी के नाम से भी जाना जाता है, बौद्ध और हिंदू दोनों द्वारा एक पवित्र स्थल (Khecheopalri Lake Sikkim) माना जाता है। कहते हैं कि यह एक मनोकामना पूरी करने वाली झील है जो प्रार्थना करने और प्रसाद चढ़ाने आने वाले तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती है। यह झील गुरु पद्मसंभव से जुड़ी है। कहा जाता है कि इसे देवी तारा का आशीर्वाद प्राप्त है। यह इसके आध्यात्मिक आकर्षण को बढ़ाता है।

प्राकृतिक छटा

यह झील घने जंगलों और हरी-भरी पहाड़ियों के बीच स्थित है। यहां का वातावरण एकदम शांत रहता है। झील का क्रिस्टल-सा साफ़ पानी (Khecheopalri Lake Sikkim) आसपास की हरियाली को दर्शाता है। यह इसे एक सुरम्य और शांतिपूर्ण स्थान बनाता है। झील के आसपास का क्षेत्र जैव विविधता से समृद्ध है जिसमें विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां और जीव हैं।

पत्ती रहित झील की सतह

इस झील की सबसे दिलचस्प विशेषताओं में से एक इसकी उल्लेखनीय रूप से साफ (Khecheopalri Lake Sikkim) सतह है। घने जंगलों से घिरी होने के बावजूद झील की सतह पत्तों से मुक्त रहती है। स्थानीय किंवदंती इसका श्रेय क्षेत्र के पक्षियों को देती है। माना जाता है कि वे पानी में गिरी किसी भी पत्ती को उठा लेते हैं और झील को हमेशा साफ़ रखते हैं।

 

सांस्कृतिक एवं धार्मिक गतिविधियां

झील स्थानीय त्योहारों और धार्मिक समारोहों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल (Khecheopalri Lake Sikkim) है। एक उल्लेखनीय कार्यक्रम वार्षिक माघे पूर्णे महोत्सव है। इसमें पूरे सिक्किम और पड़ोसी क्षेत्रों से तीर्थयात्री अनुष्ठान और प्रार्थना करने के लिए इकट्ठा होते हैं। पास का खेचियोपालरी मठ भी झील के आसपास आध्यात्मिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

ट्रैकिंग ट्रेल्स

ट्रेकर्स और प्रकृति प्रेमियों के लिए खेचियोपालरी झील एक लोकप्रिय गंतव्य है। क्षेत्र में कई ट्रैकिंग ट्रेल्स झील और आसपास के परिदृश्य के मनमोहक दृश्य पेश करते हैं। ये रास्ते क्षेत्र की समृद्ध प्राकृतिक सुंदरता और शांति का पता लगाने का अवसर प्रदान करते हैं।

खेचियोपालरी झील तक कैसे पहुंचें

खेचियोपालरी झील (Khecheopalri Lake Sikkim) तक पहुंचने के लिए परिवहन के कई साधनों से यात्रा की जा सकती है। निकटतम प्रमुख शहर पेलिंग है जो झील से लगभग 34 किलोमीटर दूर है। पेलिंग से पर्यटकों को झील तक ले जाने के लिए टैक्सियां आसानी से उपलब्ध होती हैं।

निकटतम हवाई अड्डा पश्चिम बंगाल में बागडोगरा हवाई अड्डा है। यह पेलिंग से लगभग 160 किलोमीटर दूर है। हवाई अड्डे से कोई टैक्सी किराए पर ले सकता है या पेलिंग के लिए बस ले सकता है। निकटतम रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में न्यू जलपाईगुड़ी है। यहां से पेलिंग के लिए टैक्सियां और बसें उपलब्ध हैं। उसके बाद झील तक स्थानीय सवारी उपलब्ध है।

खेचियोपालरी झील घूमने का सबसे अच्छा समय

इस झील (Khecheopalri Lake Sikkim) की यात्रा का सबसे अच्छा समय मार्च से मई और अक्टूबर से नवंबर तक का है। इन महीनों के दौरान मौसम सुहावना होता है और आसमान साफ ​​होता है। इससे झील और आसपास के परिदृश्य को अच्छी तरह से देखा जा सकता है।

वसंत (मार्च से मई) में खिले हुए फूल और हरियाली होती है जो क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाती है। शरद ऋतु (अक्टूबर से नवंबर) ट्रैकिंग और बाहरी गतिविधियों के लिए आदर्श और स्पष्ट दिन प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त मार्च के आसपास आयोजित होने वाला वार्षिक माघे पूर्णे महोत्सव को देखने का मौका मिलता है।

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