Trump Putin Relationship: पुतिन का व्यापारिक कूटनीति दांव, अमेरिकी कंपनियों को आमंत्रण
Trump Putin Relationship: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को अमेरिकी कंपनियों को रूस में लाभदायक व्यापार सौदों की पेशकश की, जिसमें रूसी-अधिकृत यूक्रेन में दुर्लभ खनिजों के खनन में भागीदारी का प्रस्ताव भी शामिल है। उनके इस बयान को अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को संकेत के रूप में देखा जा रहा है कि रूस के साथ बेहतर संबंध अमेरिका के लिए आर्थिक रूप से फायदेमंद हो सकते हैं।
रूसी सरकारी टीवी को दिए एक साक्षात्कार में पुतिन ने कहा कि रूस के पास यूक्रेन की तुलना में "कई गुना अधिक" दुर्लभ खनिज भंडार हैं और मॉस्को अपने विदेशी भागीदारों, विशेष रूप से अमेरिकी कंपनियों के साथ मिलकर इन संसाधनों के विकास के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि यह निमंत्रण रूसी-नियंत्रित यूक्रेन के क्षेत्रों पर भी लागू होता है।
इसके अलावा, पुतिन ने अमेरिकी कंपनियों को साइबेरिया में एल्युमिनियम उत्पादन के विकास में निवेश करने का भी प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा, "यहां सोचने योग्य बहुत कुछ है, जैसे एल्युमिनियम और दुर्लभ खनिजों के क्षेत्र में संयुक्त कार्य। इसके अलावा, ऊर्जा जैसे अन्य क्षेत्रों में भी सहयोग की संभावनाएं हैं।"
ट्रंप के रूस समर्थक नीतियों की झलक
यह साक्षात्कार ऐसे समय में आया है जब डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी विदेश नीति को तेजी से रूस के पक्ष में झुका दिया है। सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन युद्ध से जुड़े मतदान में अमेरिका ने रूस के समर्थन में मतदान किया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि वाशिंगटन की नीतियां मास्को के करीब जा रही हैं।
सूत्रों के अनुसार, ट्रंप यूक्रेन पर दबाव बना रहे हैं कि वह अमेरिकी कंपनियों को दुर्लभ खनिजों और अन्य प्राकृतिक संसाधनों से होने वाली आय में हिस्सा देने के लिए सहमत हो। इस मुद्दे पर दोनों पक्ष सोमवार को एक समझौते के करीब पहुंच गए थे।
दुर्लभ खनिजों का उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों, मोबाइल फोन, मिसाइल प्रणालियों और अन्य उच्च तकनीकी उपकरणों के निर्माण में किया जाता है। ऐसे में इन संसाधनों पर नियंत्रण किसी भी देश की रणनीतिक शक्ति को प्रभावित कर सकता है।
युद्ध समाप्त करने की जल्दी में नहीं दिख रहा रूस
हालांकि, इस साक्षात्कार से यह भी स्पष्ट हुआ कि पुतिन यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की जल्दबाजी में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका और रूस के बीच हुई बातचीत में यूक्रेन संकट पर चर्चा तो हुई, लेकिन इसे कोई निर्णायक रूप नहीं दिया गया।
विश्लेषकों का मानना है कि पुतिन की यह रणनीति रूस के लिए अधिक लाभदायक है क्योंकि उनकी सेना धीरे-धीरे यूक्रेन में आगे बढ़ रही है। वहीं, ट्रंप इस युद्ध को जल्द समाप्त करना चाहते हैं, लेकिन रूस इस मामले में अपनी शर्तों पर ही कोई समझौता करने के मूड में दिख रहा है।
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