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Israel Hamas war: नेतन्याहू का युद्ध पूरी तरह खत्‍म करने से इनकार, गाजा से हटने की मांग को किया नामंजूर

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Israel Hamas war: यरूशलम। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के साथ युद्ध पूरी तरह खत्‍म करने से इनकार किया है। साथ ही गाजा से पूरी तरह से हटने की मांग को भी नामंजूर कर दिया। इजराइल और हमास संभावित संघर्ष विराम को लेकर कई हफ्तों से मध्यस्थों के माध्यम से बातचीत कर रहे हैं। जिसमें गाजा में बंधकों और इज़राइल में बंद फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई शामिल होगी।

नेतन्याहू का युद्ध खत्‍म करने से साफ इनकार

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को बड़ा झटका देते हुए युद्ध खत्‍म करने से साफ इनकार किया है। नेतन्याहू ने कहा कि इज़राइल गाजा में बंधकों की रिहाई के लिए अस्थायी रूप से युद्ध रोकने के लिए तैयार है, लेकिन उनका देश गाजा में युद्ध खत्‍म करने की हमास की मांग पर सहमत नहीं होगा।

दोनों देशों के बीच समझौते पर बातचीत जारी

बेंजामिन नेतन्याहू का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब मिस्र में हमास द्वारा बंधक बनाए गए बंधकों की रिहाई के बदले में इजरायल के गाजा पर हमले को रोकने के लिए दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच एक समझौते पर बातचीत फिर से शुरू हुई है। एक तरफ इज़राइल की सेना दक्षिणी गाजा के राफा शहर पर संभावित हमले की तैयारी कर रही है। तो दूसरी ओर यह कहना मुश्किल है कि हमास के राजनीतिक नेताओं के साथ वाद विवाद के बाद भी क्या 7 महीने लंबे युद्ध के रुक जाने की संभावना बची है।

नेतन्याहू: हमास की मांगों को मानना ​​इजरायल के लिए भयानक हार

नेतन्याहू ने कहाकि हम ऐसी स्थिति को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं जिसमें हमास बटालियन अपने बंकरों से बाहर आएं, गाजा पर फिर से कब्ज़ा कर लें, अपने सैन्य बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण करें, और दक्षिण के शहरों में, आसपास की बस्तियों में इज़राइल के नागरिकों को धमकी देने के लिए वापस आ जाएं। उन्होंने कहा कि इसराइल नहीं बल्कि हमास समझौते में बाधा बन रहा है। नेतन्याहू ने कहाकि हमास की मांगों को मानना ​​इजरायल के लिए एक भयानक हार होगी और हमास और ईरान के लिए एक बड़ी जीत होगी।

अमेरिका कर रहा इस्राइली प्रतिक्रिया का इंतजार

अमेरिका हमास के उस प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा है, जिसमें 40 दिनों तक संघर्ष पर विराम लगाए जाने की बात कही गई है। इसमें इस्राइली जेलों में बंद फलस्तीनी कैदियों के बदले बंधकों की अदला-बदली भी शामिल है। मुख्य विवाद यह है कि क्या इजरायली जेलों में बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के लिए लगभग 40 दिनों का विराम स्थायी होगा, जैसा कि हमास चाहता है।

नेतन्याहू: प्रस्तावित समझौते से हमास इजरायल के लिए खतरा बना रहेगा

वहीं, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहाकि प्रस्तावित समझौते से गाजा पर हमास का नियंत्रण बना रहेगा। इससे वह इजरायल के लिए खतरा बना रहेगा। वरिष्ठ नेता इस्माइल हनीयेह के सलाहकार हमास के एक अधिकारी ने कहा कि समूह नए प्रस्ताव को बड़ी गंभीरता के साथ देख रहा है। लेकिन उन्होंने अपनी मांग दोहराई कि किसी भी समझौते में स्पष्ट रूप से गाजा से इजरायली सेना की वापसी और युद्ध के पूर्ण अंत का जिक्र हो।

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