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"गाजा में शांति की नई उम्मीद!" 33 बंधकों में 2 साल का बच्चा भी शामिल, रिहाई का पहला कदम!

15 महीने से चले आ रहे इस भीषण संघर्ष के बाद, इजरायल और हमास के बीच हुआ यह समझौता एक बड़ी राहत लेकर आया है।
12:25 PM Jan 18, 2025 IST | Rajesh Singhal

Israel-Hamas Ceasefire:मध्य पूर्व के संघर्ष की आग में झुलस रहे इजरायल और हमास के बीच आखिरकार शांति की एक नई किरण दिखाई दी है। लंबे समय से जारी हिंसा और खूनखराबे के बीच दोनों पक्षों ने समझौते के पहले चरण को लेकर सहमति जताई है। इस ऐतिहासिक कदम ने न केवल युद्धविराम की उम्मीद जगाई है, बल्कि बंधकों की रिहाई के जरिए मानवता का संदेश भी दिया है।

15 महीने से चले आ रहे इस भीषण संघर्ष के बाद, इजरायल और हमास के बीच हुआ यह समझौता एक बड़ी राहत लेकर आया है। समझौते के पहले चरण में हमास ने इजरायल के 33 बंधकों को रिहा करने की सहमति दी है। (Israel-Hamas Ceasefire)इन बंधकों में 2 साल का मासूम बच्चा भी शामिल है, जिसने अपनों से अलग होकर अपना बचपन बंधन में बिताया। इजरायल सरकार ने इन बंधकों की तस्वीरों के साथ एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें उनके अपनों तक लौटने की उम्मीदें झलकती हैं।

इन 33 बंधकों की सूची में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं, जिन्हें 42 दिनों के अंदर रिहा किया जाएगा। इजरायल सरकार ने इस खबर से बंधकों के परिवारों को भी अवगत कराया है। इस समझौते ने न केवल युद्ध को विराम देने की शुरुआत की है, बल्कि कई परिवारों में खुशी और उम्मीद की नई रोशनी भी जगाई है।

बंधकों की स्थिति पर सवाल बरकरार

हमास ने इजरायल को अब तक यह जानकारी नहीं दी है कि रिहाई की सूची में शामिल बंधक किस स्थिति में हैं और कितने जीवित हैं। हालांकि, इजरायल को उम्मीद है कि सूची में शामिल ज्यादातर लोग सुरक्षित होंगे। युद्धविराम के सात दिन बाद हमास, इजरायल को बंधकों पर एक पूर्ण स्थिति रिपोर्ट देगा। कुछ मीडिया ...रिपोर्टों के अनुसार, इजरायल ने रिहाई के लिए 33 जीवित बंधकों को प्राथमिकता देने पर जोर दिया है, यह मानते हुए कि वे सभी सुरक्षित हैं।

शनिवार को हुआ युद्धविराम

इजरायल की कैबिनेट ने शनिवार को गाजा युद्धविराम और बंधक रिहाई समझौते को मंजूरी दी। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने बताया कि शनिवार तड़के कैबिनेट की बैठक छह घंटे से अधिक समय तक चली। इस बैठक के बाद गाजा युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए समझौते को औपचारिक रूप से स्वीकृति दी गई। यह समझौता रविवार से लागू होगा और इसके तहत बंधकों के बदले कैदियों का आदान-प्रदान किया जाएगा।

कट्टरपंथियों ने जताया विरोध

इस समझौते पर नेतन्याहू की गठबंधन सरकार में मतभेद उभरे हैं। जहां 24 मंत्रियों ने समझौते के पक्ष में मतदान किया, वहीं आठ ने इसका कड़ा विरोध किया। कट्टरपंथी नेताओं ने इस युद्धविराम और कैदियों के आदान-प्रदान को लेकर आपत्ति जताई है। समझौते के तहत छह सप्ताह तक युद्धविराम रहेगा, जिसमें 95 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई का प्रावधान है। इन कैदियों में 69 महिलाएं, 16 पुरुष और 10 नाबालिग शामिल हैं।

युद्धविराम से शांति की उम्मीद

यह समझौता गाजा में पिछले 15 महीने से जारी युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। बंधकों की रिहाई और युद्धविराम को लेकर यह समझौता दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को हल करने में सहायक हो सकता है। इजरायल और हमास के इस कदम से क्षेत्र में शांति और स्थिरता की उम्मीदें फिर से जगी हैं।

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